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कौन से UPI पेमेंट आएंगे 1.1% की इंटरचेंज फीस के दायरे में? क्या वाकई ग्राहकों की जेब पर नहीं पड़ेगा बोझ?

क्या सच में UPI ट्रांजेक्शन महंगे नहीं होने वाले हैं? कौन से ट्रांजेक्शंस, ताजा शुल्क के दायरे में आएंगे?

कौन से UPI पेमेंट आएंगे 1.1% की इंटरचेंज फीस के दायरे में? क्या वाकई ग्राहकों की जेब पर नहीं पड़ेगा बोझ?

Thursday March 30, 2023 , 5 min Read

दो दिनों से UPI और NPCI (National Payments Corporation of India) काफी चर्चा में हैं. वजह, ऐसी खबर आई कि मर्चेंट को 2000 रुपये से ज्यादा के UPI पेमेंट पर 1 अप्रैल 2023 से 1.1 प्रतिशत का चार्ज लगेगा. लेकिन उसके बाद भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) की ओर से स्पष्टीकरण आ गया कि एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में UPI की मदद से ट्रांजेक्शन फ्री रहेगा. साथ ही यह भी बताया गया कि कौन से ट्रांजेक्शन 1.1 प्रतिशत का चार्ज अट्रैक्ट करेंगे और यह भी कि ग्राहकों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस चार्ज से उनकी जेब पर असर नहीं होगा. चार्ज केवल मर्चेंट पर लागू होगा.

लेकिन क्या वाकई में ग्राहक की जेब पर कोई असर नहीं होने वाला है? क्या सच में UPI ट्रांजेक्शन महंगे नहीं होने वाले हैं? कौन से ट्रांजेक्शंस, ताजा शुल्क के दायरे में आएंगे? इन सवालों के जवाब जानने के लिए आइए समझते हैं NPCI के नए अपडेट को और जानते हैं कि इस अपडेट के नतीजे क्या होने वाले हैं...

पहले जानें क्या बोला है NPCI

मीडिया में चल रहीं रिपोर्ट्स पर NPCI की ओर से जारी किए गए स्पष्टीकरण में कहा गया कि बैंक खाते से बैंक खाता बेस्ड UPI पेमेंट या सामान्य UPI पेमेंट पर कोई शुल्क नहीं लगेगा. यानी बैंक खाते से बैंक खाते में लेनदेन ग्राहकों और मर्चेंट्स दोनों के लिए नि:शुल्क होगा. लेकिन 2000 रुपये से ज्यादा के ‘प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI) मर्चेंट ट्रांजेक्शंस पर 1 अप्रैल से इंटरचेंज शुल्क लगेगा. हालांकि यह शुल्क ग्राहकों को अदा नहीं करना होगा. यह केवल मर्चेंट्स पर लागू होगा.

दरअसल, NPCI ने PPI वॉलेट (PPI) को इंटरआॅपरेबल (इंटरचेंज) UPI इकोसिस्टम का हिस्सा बनाने की मंजूरी दी है और PPI के जरिये 2,000 रुपये से अधिक के UPI लेनदेन पर 1.1 प्रतिशत शुल्क लगाया है. इंटरचेंज शुल्क सिर्फ PPI मर्चेंट लेनदेन पर ही लगेगा, ग्राहकों पर कोई शुल्क नहीं लगेगा. UPI में इस एडिशन के बाद ग्राहकों के पास ट्रांजेक्शन के उद्देश्य से UPI इनेबल्ड ऐप्स पर बैंक अकाउंट, रूपे क्रेडिट कार्ड और प्रीपेड वॉलेट्स जैसे Paytm, PhonePe आदि को इस्तेमाल करने की चॉइस रहेगी.

इस अपडेट के क्या हैं मायने

नए फैसले से 1 अप्रैल 2023 से मोबाइल वॉलेट जैसे प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट के माध्यम से किए गए UPI ट्रांजेक्शंस के मामले में चुनिंदा मर्चेंट पेमेंट्स पर 1.1 प्रतिशत की इंटरचेंज फीस लगेगी. यह इंटरचेंज फीस स्पेसिफाइड मर्चेंट कैटेगरीज के लिए 2000 रुपये से ज्यादा के मर्चेंट पेमेंट्स पर लागू होगी. प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स के तहत मोबाइल वॉलेट (पेटीएम, फोनपे, Amazon Pay, मोबिक्विक), स्मार्ट कार्ड, वाउचर जैसे SODEXO, मैग्नेटाइज्ड चिप्स आते हैं.

इसे ऐसे समझें कि अगर कोई क्यूआर कोड को स्कैन कर किसी मर्चेंट के बैंक खाते में अपने पेटीएम/फोनपे जैसे मोबाइल वॉलेट के बैलेंस से पेमेंट करता है और पेमेंट का अमाउंट 2000 रुपये से ज्यादा है तो इस ट्रांजेक्शन पर 1.1 प्रतिशत की इंटरचेंज फीस लगेगी. ध्यान दें कि यहां मोबाइल वॉलेट में यूपीआई से लिंक बैंक खाते से पेमेंट की बात नहीं हो रही है बल्कि मोबाइल वॉलेट में मौजूद बैलेंस से पेमेंट की बात हो रही है. साथ ही यह भी इंटरचेंज फीस ग्राहक पर लागू नहीं होगी, बल्कि मर्चेंट पर लागू होगी. मर्चेंट से इस फीस का भुगतान, पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर जैसे कि फोनपे, पेटीएम, कार्ड जारीकर्ता को होगा. बेहद छोटे दुकानदारों को इस फीस का भुगतान नहीं करना होगा.

लेकिन यहां एक और बात ध्यान देने वाली है कि अगर इंटरचेंज फीस के दायरे में आने वाले मर्चेंट इस बोझ को वहन नहीं कर पाते हैं तो फिर ग्राहकों के प्रभावित होने की संभावना है.

1.1 प्रतिशत की इंटरचेंज फीस बैंक खाता और प्रीपेड वॉलेट के बीच पीयर-टू-पीयर (P2P) ट्रांजेक्शंस या पीयर-टू-मर्चेंट ट्रांजेक्शंस (P2M) पर लागू नहीं होगी. P2M उन स्मॉल बिजनेसेज के लिए NPCI वर्गीकरण है, जिनके अनुमानित मंथली इनवार्ड यूपीआई ट्रांजेक्शन 50,000 रुपये या इससे कम हैं. इसका अर्थ हुआ कि अगर कोई अपने दोस्तों, परिवार के लोगों आदि को या फिर ​बेहद छोटे मर्चेंट के बैंक खाते में यूपीआई से पैसे भेज रहा है तो उस पर इंटरचेंज फीस नहीं लगेगी.

मर्चेंट कैटेगरी कोड्स के बेसिस पर फीस में अंतर

NPCI के मुताबिक, इंटरचेंज फीस मर्चेंट कैटेगरी कोड्स के आधार पर 0.5-1.1 प्रतिशत के बीच रहेगी. 0.5 प्रतिशत की इंटरचेंज फीस फ्यूल, एजुकेशन, एग्रीकल्चर व यूटिलिटी पेमेंट जैसी कैटेगरीज के लिए लागू होगी. वहीं कन्वीनिएंस स्टोर, स्पेशियलिटी रिटेल आउटलेट्स जैसी कैटेगरीज के मामले में 1.1 प्रतिशत की इंटरचेंज फीस लागू होगी.

मोबाइल वॉलेट्स पर लागू किया है यह चार्ज

NPCI ने प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट जारी करने वालों को, वॉलेट को 2,000 रुपये से अधिक के रिचार्ज के मामले में रेमिटर बैंक को वॉलेट-लोडिंग सर्विस चार्ज के रूप में 15 आधार अंक यानी 0.15 प्रतिशत का भुगतान करने के लिए कहा है. उदाहरण के लिए, यदि आप अपने पेटीएम या फोनपे या ऐमजॉन पे वॉलेट को 2,000 रुपये से अधिक से रिचार्ज करते हैं, तो पेटीएम/फोनपे/ऐमजॉन पे आपके बैंक को 0.15 प्रतिशत के वॉलेट-लोडिंग सर्विस चार्ज का भुगतान करेगा.

UPI लेनदेन करने के लिए वॉलेट को रिचार्ज करने के लिए ग्राहक को अभी तक कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना है. लेकिन अगर वॉलेट जारीकर्ता 0.15 प्रतिशत शुल्क का बोझ ग्राहक पर भी डालने का निर्णय लेते हैं, तो वॉलेट रिचार्ज करना महंगा हो सकता है.

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