हाउस वाइफ हो या बेरोजगार, घर बैठे कमाई के मौके हजार
शुरुआत अपने मोहल्ले के बच्चों से करी जा सकती हैं। घर के कामकाज से समय निकालकर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया जा सकता है। आजकल ऑनलाइन ट्यूटर की भी काफी डिमांड रहती है।
टिफिन सिस्टम शुरू कर जरूरत भर कमाई की जा सकती है। पत्र-पत्रिकाओं के लिए घर बैठकर साहित्य-समाचार लिखकर रुपए-पैसे कमाए जा सकते हैं। इसी तरह पेंटिंग, संगीत, ट्यूशन आदि के हॉबी क्लासेस घर बैठे रोजगार का जरिया हैं।
ऑनलाइन सर्वे जॉब की डिमांड इधर तेजी से बढ़ी है। सर्वे कंपनियां यूजर्स को किसी प्रोडक्ट या सर्विस के लिए इनपुट प्रोवाइड करने का काम देती हैं। इस जॉब की सबसे अच्छी खासियत यह है कि इस सर्वे के लिए आपको कोई इंवेस्टमेंट नहीं करना है।
लाखों लोग रोजी-रोटी, नौकरी के लिए भटकते रहते हैं, यद्यपि पहले की अपेक्षा आजकल घर बैठे रोजगार की स्थितियां ज्यादा अनुकूल हैं। इसके पीछे सरकारी नीतियों की खामियां तो गिनाई जाती हैं, लेकिन ऐसा करने वाले ये नहीं बताते कि जो उपाय सामने हैं, उन्हें आजमाने में हर्ज क्या है। एक ऐसी ही योजना है - डिजिटलाइजेशन, जो घर बैठे कमाई का जरिया है। योजना केंद्र सरकार की है। घर बैठे डाटा एंट्री करना है। इसके लिए किसी तरह का निवेश नहीं करना है। सिर्फ आपके पास एक कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए। एक वेबसाइट के माध्यम से सरकार की ओर से फाइलों को डिजिटल रूप में सहेजा जा रहा है। पोर्टल का नाम है - डिजिटाइज इंडिया।
यहां खुद को रजिस्टर करने के लिए आधार कार्ड होना जरूरी है। यहां ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर आदि जानकारियां देते हुए स्वयं को रजिस्टर्ड कराना होता है। इसके बाद कुछ शब्द टाइप करने होते हैं, जो टुकड़ों में बंटे होते हैं। जितने शब्द टाइप कर दिए जाते हैं, उनके हिसाब से रिवॉर्ड प्वाइंट्स मिलता है। हर रिवॉर्ड प्वाइंट दो पैसे के बराबर होता है। ऐसे में जितनी अच्छी टाइपिंग स्पीड होगी, उतनी अच्छी कमाई। रिवॉर्ड प्वाइंट्स को रिडीम करने के लिए खाते में 2500 रिवॉर्ड प्वाइंट जमा होने चाहिए। इसके बाद ही इन्हें अपने बैंक अकाउंट में पैसा क्रेडिट हो सकेगा। इस पैसे को सरकार को डोनेट भी किया जा सकता है। कंप्यूटर अथवा लैपटॉप के अलावा यह काम मोबाइल पर भीऐप को डाउनलोड कर किया जा सकता है।
इसी तरह भारत सरकार की तरफ से संचालित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंर्तगत उद्योग व सेवाक्षेत्र की इकाइयों की स्थापना की जा रही है। पात्र व्यक्तियों से उद्योग एवं सेवा के आवेदन मांगे जा रहे हैं। इच्छुक लोग घर बैठे लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। अभी तक इस योजना में आवेदन करने के लिए उद्योग केंद्र कार्यालय जाना पड़ता था। तीन पेज का फार्म भरकर कार्यालय में जमा करना पड़ता था। फार्म भरना भी कोई आसान काम नहीं था। अब ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। ऑनलाइन मात्र एक पेज का फार्म होता है। पात्र व्यक्ति को आधार नंबर, खाता का विवरण, लगाई जाने वाली मशीनों के नाम एवं उनके मूल्य का विवरण देना होता है।
योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, पिछड़ा वर्ग, विकलांग, अल्पसंख्यक एवं महिला उद्यमियों को ग्रामीण क्षेत्र में उद्योग स्थापना पर 35 प्रतिशत तथा शहरी क्षेत्र के लिए 25 प्रतिशत मार्जिन मनी उपादान की व्यवस्था है। सामान्य वर्ग के पुरुषों के लिए ग्रामीण क्षेत्र में 25 प्रतिशत एवं शहरी क्षेत्र के लिए 15 प्रतिशत मार्जिन मनी की व्यवस्था होती है। इसमें निर्माण क्षेत्र के लिए 25, सेवा क्षेत्र के लिए 10 लाख रुपये लोन की व्यवस्था है। इस तरह के स्वावलंबी काम काज के लिए महिलाओं को भी तमाम सुअवसर मिल रहे हैं।
ज्यादातर महिलाएं घर-परिवार संभालने की व्यस्तताओं में अपने करियर को नजरअंदाज कर देती हैं। घर बैठे उनके लिए भी काम-काज के अनेक अवसर आ गए हैं। टिफिन सिस्टम शुरू कर जरूरत भर कमाई की जा सकती है। पत्र-पत्रिकाओं के लिए घर बैठकर साहित्य-समाचार लिखकर रुपए-पैसे कमाए जा सकते हैं। इसी तरह पेंटिंग, संगीत, ट्यूशन आदि के हॉबी क्लासेस घर बैठे रोजगार का जरिया हैं। यह महिलाओं के लिए ट्यूशन से मेकअप और ब्यूटिशियन तक के अवसर आजमाने का सुनहरा वक्त है। वह परिवार की ज़िम्मेदारियों के साथ अपने सपनों को भी साकार कर सकती हैं। बच्चों से दोस्ती करिए। घर में बेबी सिटिंग सेंटर शुरू कर दीजिए।
शुरुआत अपने मोहल्ले के बच्चों से करी जा सकती हैं। घर के कामकाज से समय निकालकर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया जा सकता है। आजकल ऑनलाइन ट्यूटर की भी काफी डिमांड रहती है। फिटनेस और योगा के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। हाउसवाइफ होने के साथ ही यह भी पार्ट-टाइम जॉब हो सकता है। खाली समय में इससे घर बैठे पैसे कमाई हो सकती है। आजकल आर्टीफिशियल ज्वेलरी का जमाना है। इसकी डिज़ाइनिंग बड़े पैमाने पर हाउसवाइफ कर रही हैं। घर बैठे ही जरूरतमंदों को घर-मकान दिलाने का भी काम किया जा सकता है। बस अपनी सोसाइटी और आसपास के इलाकों के बारे में थोड़ी जानकारी होनी चाहिए। आसानी से प्रॉपर्टी ब्रोकर का काम कमाई का जरिया बनाया जा सकता है।
ऑनलाइन सर्वे जॉब की डिमांड इधर तेजी से बढ़ी है। सर्वे कंपनियां यूजर्स को किसी प्रोडक्ट या सर्विस के लिए इनपुट प्रोवाइड करने का काम देती हैं। इस जॉब की सबसे अच्छी खासियत यह है कि इस सर्वे के लिए आपको कोई इंवेस्टमेंट नहीं करना है। हर सर्वे के लिए कंपनी पैसे या रिवार्ड पॉइंट्स देती है, जिनको किसी भी शॉपिंग वेबसाइट पर इस्तेमाल कर किया जा सकता है। सिलाई जानने वाली जरूरतमंद महिलाओं के लिए भी अच्छे अवसर हैं। घर बैठे ही रोजगार मिल सकता है। तमाम सहायता समूह इस क्षेत्र में महिलाओं को रोजगार से जोड़ रहे हैं।
इसके अलावा सुगन्धित मोमबत्तियों का व्यापार आप घर से ही शुरू कर सकते हैं। शादियों के दिनों में गिफ्ट बास्केट्स बना कर इसका व्यापार किया जा सकता है। देश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार की एक और बड़ी योजना है। सरकार का लक्ष्य चार करोड़ महिलाओं को रोजगार देना है और वह भी उस जगह, जहां वह रहती हैं। शुरुआती योजना के नतीजे अच्छे आए हैं और उन्हीं को देखते हुए सरकार पूरे देश में इसे शुरू कर रही है। महिलाओं को आजीविका के साधन मुहैया कराने की इस योजना को वर्ष 2019 तक पूरे देश में शुरू करने के लिए इस पर बड़े पैमाने पर काम शुरू हो गया है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर महिलाओं की मदद करेंगी। इसके बारे में विस्तृत जानकारी अपने शहर में संबंधित सरकारी कार्यालय से की जा सकती है। हाथकरघा उद्योग के माध्यम से लोगों को घर बैठे रोजगार मिल रहा है।
ऐसे हजार टिप्स हैं, जिन्हें आजमा कर शान की जिंदगी जी जा सकती है। जैसे कि घर बैठे मच्छर मार तेल बनाएं। एक पौंड नीला स्ट्रोआयल, तीन पाव व्हाइट आयल में मिलाकर शीशी में भर लें। तैयार हो जाने पर आसपास की दुकानों को बेच दें। आटा 300 ग्राम, गोले का 50 ग्राम, बेरियम कार्बोनेट 50 ग्राम, सबको मिलाकर पानी में गोलियां तैयार करके चूहे भगाने की दवा बनाई, बेची जा सकती है। आइडिट पाउडर एक किलो, कपडे धोने को सोडा दो किलो, पानी 250 ग्राम, नील 10 ग्राम। सोडा और पानी मिलाकर पानी में नील घोलकर उसमें मिलाएं। जब सबका रंग हल्का नीला हो जाए तो छलनी से छानकर डिब्बो में या प्लास्टिक की थैलियों में भरकर बेचें। कपडे की बढिया साफ करेगा। सेलाखडी दरदरी एक किलो, 100 ग्राम पानी में दो ग्राम गुलाबी रंग घोल लें और सेलाखडी में सोडा 250 ग्राम मिलाकर छान लें और उसमें 20 ग्राम संतरीठा मिला दें। हर किस्म के पीतल, तांबें, चान्दी आदि के बर्तन साफ करने का सामान घर बैठे तैयार। इसे बेंचकर आय की जा सकती है।
यह भी पढ़ें: गूगल महराज बने भारत के सबसे भरोसेमंद ब्रॉन्ड, माइक्रोसॉफ्ट दूसरे नंबर पर