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‘पद्म पुरस्कार-2023’ के लिए 15 सितंबर, 2022 तक कर सकते हैं नामांकन

पद्म पुरस्कार यथा पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से हैं। वर्ष 1954 में शुरू किए गए इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के जरिए विभिन्‍न क्षेत्रों में लोगों के ‘विशिष्ट कार्य या योगदान’ को सराहा जाता है।

गणतंत्र दिवस, 2023 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार 2023 के लिए ऑनलाइन नामांकन/अनुशंसाएं 1 मई 2022 को शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2022 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/अनुशंसाएं केवल राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर ही ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी।

पद्म पुरस्कार यथा पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से हैं। वर्ष 1954 में शुरू किए गए इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के जरिए विभिन्‍न क्षेत्रों में लोगों के ‘विशिष्ट कार्य या योगदान’ को सराहा जाता है और ये पुरस्‍कार सभी क्षेत्रों/विषयों जैसे कि कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान व इंजीनियरिंग, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग, इत्‍यादि में विशिष्ट एवं असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, पेशा, पद या महिला-पुरुष के आधार पर भेदभाव किए बिना ही सभी व्यक्ति ये पुरस्कार पाने के पात्र हैं। डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़ सार्वजनिक उपक्रमों में कार्यरत लोगों सहित समस्‍त सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कार पाने के पात्र नहीं हैं।

सरकार पद्म पुरस्कारों को ‘जन पद्म’ के रूप में तब्‍दील करने के लिए प्रतिबद्ध है। अत: सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्व-नामांकन सहित नामांकन/अनुशंसा करें।

नामांकन/अनुशंसा में वे सभी संबंधित विवरण शामिल होने चाहिए जो उपर्युक्त पद्म पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट किए गए हैं, जिसमें एक विवरणात्मक या अनुशंसित उद्धरण (अधिकतम 800 शब्द) भी शामिल होना चाहिए। इसके साथ ही अनुशंसित व्यक्ति द्वारा अपने संबंधित क्षेत्र/विषय में हासिल की गई विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्‍लेख किया जाना चाहिए।

गृह मंत्रालय ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों, भारत रत्न और पद्म विभूषण पुरस्कार विजेताओं, उत्कृष्टता संस्थानों से उन प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास करने का अनुरोध किया है जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों एवं अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांगजनों के बीच सराहे जाने के योग्‍य हैं और जो नि:स्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रहे हैं।