ISRO के साथ काम करने वाली कंपनियां मुनाफे के उद्देश्य से काम नहीं करतीं: इसरो चीफ़
TechSparks 2024 के मंच पर बोलते हुए, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष डॉ. श्रीधर पणिक्कर सोमनाथ ने कहा कि सप्लायर इसरो के साथ अपने सहयोग के कारण दुनिया भर में कारोबार करने में सक्षम हुए हैं.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ. श्रीधर पणिक्कर सोमनाथ (ISRO Chief Dr. S Somanath) ने कहा कि इसरो कम लागत पर अंतरिक्ष कार्यक्रम संचालित करने में सक्षम रहा है, क्योंकि इसरो के साथ काम करने वाले सप्लायर का उद्देश्य मुनाफा कमाना नहीं है.
डॉ. सोमनाथ ने बेंगलुरु में YourStory की फ्लैगशिप स्टार्टअप-टेक समिट TechSparks 2024 के मंच पर कहा, “इसरो के मिशन कम खर्चीले होते हैं. कम लागत का सबसे महत्वपूर्ण कारण हमारे उद्योग ही है. मुझे उनका धन्यवाद करना चाहिए.”
उन्होंने आगे कहा, “इसरो के लिए काम करने वाले सभी लोग मुनाफा कमाने के उद्देश्य से काम नहीं करते. यह एक अद्भुत बात है, मैं कहना चाहूँगा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां हमारे साथ इसलिए काम करती हैं क्योंकि हमने जो जुनून पैदा किया है, वह काबिले तारीफ है.”
उन्होंने यह भी कहा कि इसरो के साथ अपने सहयोग के कारण, ये सप्लायर दुनिया भर में कारोबार करने में सक्षम हुए हैं.
उन्होंने कहा, “वे इसरो के साथ काम करना पसंद करते हैं, क्योंकि इसरो के साथ काम करने से उन्हें कौशल और ज्ञान के मामले में बढ़त मिलती है, अन्य ग्राहकों के लिए अधिक जटिल परियोजनाओं को संभालने की उनकी क्षमता के मामले में. क्योंकि हमारे साथ काम करने की प्रक्रिया के माध्यम से वे अपने विस्तार में सक्षम हैं.”
डॉ. सोमनाथ ने बताया कि इससे हार्डवेयर की लागत कम रखने में मदद मिली है, जिससे इसरो को विश्लेषणात्मक मॉडलिंग और सिमुलेशन जैसी अधिक जटिल प्रक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिली है.
(Translated by: रविकांत पारीक)