घूमना है लेकिन पैसे नहीं है? स्टार्टअप SanKash करेगा आपकी मदद, जानिए कैसे...
SanKash नियमित रूप से अपने मर्चेंट बेस के जरिए एक वर्ष में 30 मिलियन से अधिक यात्रियों तक पहुंचता है. यह वर्तमान में अपने ट्रैवल मर्चेंट्स के साथ मिलकर भारत के 338 शहरों में काम करता है. ये ट्रैवल मर्चेंट्स ही यात्रियों के लिए पेमेंट्स करते हैं.
रविकांत पारीक
Monday April 10, 2023 , 6 min Read
आकाश दहिया और अभिलाषा नेगी दहिया ने 2016 में छुट्टियों में घूमने जाने की योजना बनाते समय खुद को स्तब्ध पाया. पूरी प्लानिंग और पैसों के हिसाब-किताब के बावजूद — उन्हें महसूस हुआ कि उनका ट्रैवल प्लान बजट से बाहर था.
दहिया अकेले ऐसे नहीं हैं. ग्रांट थॉर्टन द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि नियमित रूप से भारत में लगभग 40% यात्री पैसों की कमी के कारण छुट्टियों की योजना को रोक देते हैं. इसके अलावा, टेस्ट किए गए समूह में से लगभग 70% बेहतर यात्रा विकल्प चाहते थे.
जैसा कि दोनों ने इस विषय पर गहराई से रिसर्च करना शुरू किया, उन्होंने पाया कि एक कस्टमर के पास शॉपिंग के लिए तो फाइनेंस के कई विकल्प हैं, मगर जब बात ट्रैवलिंग की आती है, तो ये सेक्टर अब तक लगभग अछुता सा नज़र आया.
यह तब और अधिक मुश्किल हो जाता है जब आप देश में क्रेडिट-कार्ड की पैठ को ध्यान में रखते हैं. औसत क्रेडिट-कार्ड धारक के पास लगभग 45,000 रुपये की क्रेडिट लिमिट होती है, जबकि एक अच्छी छुट्टी के लिए उनका बजट लगभग 60,000 रुपये होता है.
दहिया दंपति ने इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने की आवश्यकता महसूस की. यही सोचकर उन्होंने 2018 में
की नींव रखी. लैटिन में San का अर्थ है 'के बिना' और 'Kash' का अर्थ है 'पैसे'. आज तक, कंपनी ट्रैवल मर्चेंट्स की पैसों से जुड़ी सभी जरूरतों के लिए वन-स्टॉप शॉप के अलावा यात्रियों को ट्रैवल नाउ पे लेटर (TNPL) विकल्प देती है.SanKash के फाउंडर्स के मुताबिक, कंपनी ने 74 करोड़ रुपये की सालाना लोन डिस्बर्समेंट रन रेट हासिल कर ली है.
SanKash के को-फाउंडर और सीईओ आकाश दहिया बताते हैं, “कंपनी के पास 6000 से अधिक ट्रैवल मर्चेंट रजिस्टर्ड हैं. इनमें एक तरफ Thomas Cook, SOTC, Veena World, Balmer Lawrie आदि शामिल हैं और दूसरी तरफ लोन की जरूरतों को पूरा करने के लिए इसके साथ सात बैंक और एनबीएफसी पार्टनर (जैसे Flexmoney, Bajaj Finance, Early Salary आदि) जुड़े हुए हैं.”
बूटस्ट्रैप्ड कंपनी के रूप में शुरुआत करते हुए, स्टार्टअप ने सीड राउंड में 4.5 करोड़ रुपये और 2022 की आखिरी तिमाही में प्री-सीरीज़ ए राउंड में 3 करोड़ रुपये जुटाए.
मुश्किल बाजार के लिए समाधान
जबकि ग्रांट थॉर्टन के अध्ययन के अनुसार, भारत में स्व-प्रायोजित यात्रा बाजार (self-sponsored travel market) का मूल्य करीब 42 बिलियन डॉलर है. इसका लगभग 90% अभी भी ऑफ़लाइन चल रहा है. इसमें कोई तत्काल फाइनेंस का विकल्प नहीं है.दहिया बताते हैं कि “यह बाजार कई शहरों में फैले 300,000 ट्रैवल मर्चेंट्स द्वारा तैयार किया गया है. किसी शहर में ट्रैवल एजेंट को ढूंढना मुश्किल है क्योंकि उनके पास स्टोरफ्रंट नहीं है."
SanKash इनमें से कुछ मुद्दों को हल करता है. यह ट्रैवल मर्चेंट को कई उधारदाताओं के साथ एक इंटीग्रेटेड सॉल्यूशन मुहैया करता है, जिससे यह अपने स्वयं के फाइनेंसरों को खोजने में लगने वाले समय को कम करता है. इस प्रक्रिया के माध्यम से, एक ट्रैवल मर्चेंट यात्रियों से संबंधित डेटा को भी नियंत्रित कर सकता है.
दहिया कहते हैं, "उधारकर्ताओं के लिए हमारी पूरी तरह से ऑनलाइन यात्रा, रीयल-टाइम अप्रूवल और डिस्बर्सल, लोन की कोई सर्विसिंग नहीं, और API-फर्स्ट अप्रोच हमें IndiGo, Radisson hotels, Cordelia cruises इत्यादि के साथ ऑनलाइन साझेदारी शुरू करने के लिए अपने प्रोडक्ट का तेजी से लाभ उठाने में सक्षम बनाता है."
मौजूदा बाजार में, कंपनी MakemyTrip के TripMoney को अपना प्रतियोगी मानती है. दहिया कहते हैं, "हालांकि TripMoney ETB (Existing to Bank) पोर्टफोलियो को पूरा करता है, NTB (New to Bank) को नहीं, जबकि SanKash सभी को पूरा करता है."
कैसे काम करता है SanKash
SanKash का उपयोग करना काफी सरल हो सकता है. एक यात्री को केवल एक पैकेज या किसी अन्य संबंधित यात्रा सेवा का चयन करना होता है. एक बार जब वे मर्चेंट से SanKash के लिए एक ऐप्लीकेशन लिंक प्राप्त करते हैं, तो उन्हें अपने कस्टमर की KYC (know your customer) जैसी बुनियादी जानकारी भरनी होती है और अपने इनकम डॉक्यूमेंट्स को अपलोड करना होता है.
SanKash का इनहाउस लॉजिक इंजन यात्रा की जानकारी, हामीदारी की जानकारी को व्यवस्थित करता है और कंपनी प्रोफाइल के अनुसार बेस्ट नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) का निर्धारण करता है. यहां से SanKash ग्राहकों के प्रोफाइल को अंडरराइटिंग के लिए संबंधित एनबीएफसी को भेजता है.
SanKash की को-फाउंडर और COO अभिलाषा नेगी दहिया बताती हैं, “एक यात्री SanKash के जरिए 10 लाख रुपये तक का TNPL लोन ले सकता है. पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है. कस्टमर को किसी भी ऑफिस के चक्कर लगाने जरूरत नहीं है, न ही किसी फिजिकल वैरिफिकेशन की जरूरत है.”
दहिया कहती हैं, SanKash नियमित रूप से हर साल लगभग 30 मिलियन यात्रियों तक पहुंचता है. वह आगे कहती हैं, “हमारा योगदान वर्तमान में इस यात्री आधार का 5% है और यह हर महीने 10% बढ़ रहा है. अधिकांश यात्री आज एसेट-बेस्ड ट्रैवलिंग के बजाय एक्सपीरियंस-बेस्ड ट्रैवलिंग की तलाश कर रहे हैं."
स्टार्टअप एक यात्री से लोन अमाउंट का 1% -2% बतौर प्रोसेसिंग फीस और मर्चेंट से 3% का MDR (मर्चेंट डिस्काउंट रेट) लेता है. यह एनबीएफसी से 1% -2% का लोन ओरिजिनेशन कमीशन भी लेता है.
SanKash के पास भारत में ट्रैवल एग्रीगेटर Travel Boutique Online (TBO) और इसकी इन-हाउस सेल्स टीम के साथ साझेदारी के माध्यम से एक ऑफलाइन नेटवर्क भी है. यह अब तक 60 लोगों को रोजगार भी देता है.
भविष्य की योजनाएं
SanKash अपने ट्रैवल मर्चेंट्स के जरिए भारत के 338 शहरों में काम करता है. इसका लक्ष्य समूह यात्रा, उड्डयन और आतिथ्य उद्योग के सभी व्यापारी हैं. इसकी 2025 के अंत तक अपने मर्चेंट बेस को 15,000 तक बढ़ाने की भी योजना है. स्टार्टअप की मौजूदा रेवेन्यू रन रेट 2.1 मिलियन डॉलर है और अगले दो वर्षों में इसे 29 मिलियन डॉलर तक ले जाने की योजना है.
अभी के लिए, इसने विमानन क्षेत्र से शुरू होने वाली नई ऑनलाइन साझेदारी को एकीकृत करने पर अपनी नजरें गड़ा दी हैं, जहां यह इंडिगो के साथ लाइव होने जा रहा है. दहिया कहते हैं, “इसी तरह, हम सर्विस प्रोवाइडर्स और ओटीए बनने जा रहे हैं. हम ओटीए बाजार पर भी कब्जा करने के लिए बातचीत कर रहे हैं, 2-3 बड़े ओटीए के साथ SanKash और दूसरे सर्विस प्रोवाइडर्स जैसे Radisson Hotels के साथ भी इंटीग्रेट कर रहे हैं."