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सफल कंटेंट क्रिएटर बनने के लिए ये हैं छोटे-छोटे मगर काम के टिप्स

ऑडियंस बनाने से लेकर, काम का प्लैटफॉर्म चुनना, कंटेंट प्लानिंग, ब्रैंड टोन, थर्ड पार्टी टूल, पोर्टफोलियो, सेल्फ मार्केटिंग और सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर फॉलोइंग पर काम करके आप अपना कंटेंट क्रिएशन गेम लेवल अप कर सकते हैं. इस आर्टिकल में इन्हीं स्टेप पर डिटेल में जानकारी से बात की गई है.

सफल कंटेंट क्रिएटर बनने के लिए ये हैं छोटे-छोटे मगर काम के टिप्स

Friday February 10, 2023 , 6 min Read

कंटेंट क्रिएटर बनने के लिए आप चाहें वीडियो मीडियम चुनें या ब्लॉग पोस्ट्स करें या फिर पॉडकास्ट्स करें ये कुछ ऐसे तरीके हैं जो आपको सक्सेसफुल बना सकते हैं. लेकिन यहां सफल बनने के लिए कई ऐसे छोटे-छोटे लेकिन जरूरी स्टेप हैं जिन पर आपको बड़ी गहनता से काम करना होगा. आइए देखते हैं ऐसे कौन सी चीजें हैं आपको सोशल मीडिया स्टार बना सकती हैंः

1.अपनी ऑडियंस को जानें

आप जो कंटेंट बना रहे हैं उसका ऑडियंस कौन होगा या कौन है, इसका पता होना बेहद जरूरी है. कंटेंट और मार्केटिंग स्ट्रेटजी का ये बेहद जरूरी हिस्सा है.

एक ब्रैंड को ऑडियंस का अटेंशन हासिल करने के लिए ऐसा कंटेंट चाहिए होगा जिससे उनकी ऑडियंस खुद को कनेक्टेड महसूस करे. हालांकि सिर्फ अटेंशन हासिल करना ही काफी नहीं होगा, एक बार अटेंशन हासिल करने के बाद उसे कैसे लगातार बनाए रखना है आपको ये हुनर भी आना चाहिए.

अगर आपको इसकी समझ हो गई कि आपकी ऑडियंस किस कंटेंट से ज्यादा खुद को कनेक्टेड फील करेगी तो समझिए आपका आधा से अधिक काम हो गया.

2. कौन सा प्लैटफॉर्म चुनना है

सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स को इस्तेमाल करने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इनके अपने लाखों करोड़ों लॉयल यूजर्स हैं. जैसे फेसबुक के 2 अरब से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं. इसी तरह यूट्यूब के 2.6 अरब यूजर्स, वॉट्सऐप के 2 अरब से ज्यादा और इंस्टाग्राम के भी 2 अरब से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं.

इसलिए सोशल मीडिया के साथ शुरुआत करने से आपको शुरुआती दौर में ही ऑडियंस की एक बड़ी आबादी मिल जाती है, जिन्हें आप अपना ऑडियंस बना सकते हैं.

अगर आप सभी प्लैटफॉर्म्स पर हैं तो ये और भी अच्छी बात है. लेकिन अगर कोई एक प्लैटफॉर्म चुन लेते हैं तो आपको स्ट्रैटजी बनाने में आसानी होगी. आपको पता होगा कि कौन सी स्ट्रैटजी काम कर रही है, किस चीज को बदलने की जरूरत है.

जैसे कि अगर आप एक बीटूबी बिजनेस मालिक हैं तो स्नैपचैट या टिकटॉक यूज करना, वहां कंटेंट पोस्ट करना आपके किसी काम नहीं आने वाला क्योंकि आपकी ऑडियंस बीटूबी बिजनेस ओनर हैं जो इन प्लैटफॉर्म पर नहीं मिलेंगे.

इसके अलावा सभी प्लैटफॉर्म एक तरह के कंटेंट के लिए बने भी नहीं हैं. जैसे कि वर्डप्रेस ब्लॉग के लिए है, यूट्यूब वीडियोज के लिए है. आइए जानते हैं कौन सा प्लैटफॉर्म किस काम के लिए सबसे उपयुक्त है.

यूट्यूब

यूट्यूब Vlogging (वीडियो ब्लॉगिंग) के लिए सबसे उपयुक्त माध्यम है. कंटेंट क्रिएटर्स यूट्यूब पर हाउ-टू वाले वीडियो, प्रोडक्ट रिव्यू, अनबॉक्सिंग वीडियो, ट्यूटोरिय जैसी चीजों पर वीडियो बना सकते हैं.

यूट्यूब पर बड़े वीडियो से लेकर छोटे वीडियो भी डाल सकते हैं. एक समय था जब लंबे आर्टिकल्स को पढ़ने के लिए लोग समय निकाला करते थे लेकिन अब वीडियो ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं. उसमें भी, जिन लोगों के पास कम समय होता है वो शॉर्ट वीडियो देखना पसंद करते हैं.

इंस्टाग्राम

शॉर्ट वीडियो की बात हो तो इंस्टाग्राम से बेहतर क्या हो सकता है. यहां आप फोटो से लेकर वीडियो पोस्ट कर सकते हैं. कई बार ऐसा होता है जब आपकी निगाह एक तस्वीर, एक फ्रेम पर अटक जाती है जो अपने आप में हजार शब्दों के बराबर होती है.

आप उसे लिखकर उस फ्रेम या तस्वीर को खूबसूरती को छेड़ना नहीं चाहते. ऐसे में इंस्टाग्राम आपके लिए सबसे उचित प्लैटफॉर्म है. वीडियो अपलोड करना हो तो वीडियो पोस्ट डालने हो तो उसका भी ऑप्शन मिल जाएगा.

फेसबुक

बिजनेस के लिए फेसबुक हमेशा से पसंदीदा विकल्प रहा है. क्योंकि यहां आपको कई तरह के मार्केटिंग के टूल्स मिलेंगे. छोटे आर्टिकल्स से लेकर शेयरिंग, रिपोस्टिंग स्टोरीज, वीडियो कंटेंट और भी बहुत कुछ. इसलिए ब्रैंड से लेकर सर्विसेज के लिए फेसबुक काफी पसंदीदा प्लैटफॉर्म है.

3. कंटेंट प्लान डिजाइन

जैसे एक बिजनेसमैन को बिजनेस प्लान तैयार करना पड़ता है वैसे ही एक कंटेंट क्रिएटर को कंटेंट प्लानिंग करनी पड़ती है. कंटेंट प्लानिंग में आप हर महीने के लिए अपने टॉपिक और इवेंट्स तय कर सकते हैं. आपको सोशल मीडिया कंटेंट कैलेंडर टेम्प्लेट भी मिल जाएंगे जहां आप प्लान रेडी कर सकते हैं.

अगर आप ब्रैंड के लिए कंटेंट क्रिएट कर रहे हैं तो कंटेंट प्लानिंग मार्केटिंग टीम के लिए स्ट्रैटजी तैयार करना, उस पर कैसा रेस्पॉन्स आ रहा उसे ट्रैक करने में सहूलियत होती है.

4. ब्रैंड का टोन सेट करें

ऑडियंस के बीच में आपको किस चीज के लिए जाना जाएगा ये आपका कंटेंट तय करेगा. ऑडियंस के बीच में अपना टोन सेट करने के लिए आप कस्टमर सर्वे या पोल करा सकते हैं.

इस तरह आप ऑडियंस, फॉलोअर्स की उम्र, जेंडर, प्रोफेशन और उनका जियोग्राफिकल एरिया का पता लगा सकते हैं. इससे आपको अपने ब्रैंड का टोन सेट करने में आसानी होगी.

5. थर्ड पार्टी टूल में इनवेस्ट करें

आजकल मार्केट में कंटेंट को बेहतर बनाने के लिए कई टूल उपबल्ध हैं. कंटेंट क्रिएटर कंटेंट बनाने का आईडिया दे सकता है, लेकिन उसे हाई क्वॉलिटी में प्रोड्यूस करना भी उतना ही जरूरी होता है.

बहुत हद तक मुमकिन होगा कि आप उस काम में एक्सपर्ट भी ना हों. तो घबराने की जरूरत नहीं है, आप ग्रामरली, कैनवा, गूगलऐड्स, SEMरश जैसे टूल्स में इनवेस्ट कर सकते हैं. ये टूल्स आपके कंटेंट की क्वॉलिटी बढ़ा देंगे.

6. पोर्टफोलियो रेडी रखें

अगर आप कंटेंट क्रिएशन फील्ड में हैं तो बेहतर होगा कि आप अपने कामों का एक पोर्टफोलियो बना लें. उसमें आप अपनी एक्सपर्टीज या सेलिंग पॉइंट यानी आपकी खासियत का जिक्र कर सकते हैं.

अगर ब्रैंड है तो वे अपने टैलेंट या क्लाइंट्स के पॉजिटिव फीडबैक को पोर्टफोलियो में जगह दे सकते हैं. अभी तक आपने जो भी सक्सेसफुल प्रोजेक्ट्स या कैंपेन किए हैं उन्हें रख सकते हैं.

इसके अलावा एक कॉलम About Us का भी जोड़ सकते हैं जो आपके संभावित क्लाइंट्स को आपके ब्रैंड का टोन बताएगा. इससे उन्हें फैसला करने में आसानी होगी.

​7. सेल्फ मार्केटिंग है जरूरी

अपनी वेबसाइट या बिजनेस कार्ड होना भी उतना ही जरूरी है जितना की कंटेंट क्रिएट करना. लेकिन ये मार्केटिंग के सालों पुराने तरीके हैं. अगर कुछ नए जमाने का करना चाहते हैं तो डिजिटल नेटवर्क और सोशल प्लैटफॉर्म्स भी इसमें आपकी मदद कर सकते हैं.

अगर आप ये सारे तरीके नहीं अपनाना चाहते हैं तो एक ब्लॉग भी आपका काम कर सकता है. शुरू में आप अपनी सर्विस के बारे में बता सकते हैं और उसी में आगे अपने बारे में भी जिक्र कर सकते हैं. 

8. सोशल नेटवर्क्स पर फॉलोइंग बढ़ाना है जरूरी

सोशल मीडिया वो जरिया है जो आपको अपनी टारगेट ऑडियंस से सीधे कनेक्ट करने का मौका देती है. सोशल मीडिया पर अपने फॉलोअर्स बढ़ाकर अपनी विश्वसनीयता बढ़ा सकते हैं.

अगर आप सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर नहीं भी बनना चाहते हैं तो भी ये जरूरी है कि आप इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, फेसबुक जैसे प्लैटफॉर्म्स पर कुछ-कुछ कंटेंट बनाकर डालते रहें.

इससे आपकी पर्सनल ब्रैंडिंग बनती है जो आगे जाकर कई मायनों में आपके काम आ सकती है. आपके पोस्ट, वीडियो पर लाइक, कमेंट सोशल वर्ल्ड के बीच आपकी कैसी मौजूदगी इसका प्रूफ बन सकते हैं.