एलन मस्क, मार्क जुकरबर्ग से लेकर रतन टाटा तक, दिग्गज बिजनेसमैन को इन गलतियों का पछतावा
हर बार फैसला सही हो, यह जरूरी नहीं. दुनिया के बड़े-बड़े बिजनेसमैन से भी गलतियां हुई हैं, जिसका उन्हें पछतावा भी है.
एलन मस्क (Elon Musk), रतन टाटा (Ratan Tata), जैक मा (Jack Ma), वॉरेन बफे (Warren Buffett)....ये नाम उन कई नामों में से एक हैं, जिनके नक्शेकदम पर चलकर हर कोई अमीर और बड़ा आदमी बनना चाहता है. उनके हर एक मूव पर नजर रखी जाती है. लेकिन बड़ा बनना आसान नहीं है. कड़ी मेहनत के साथ-साथ गलतियों से सीखते हुए आगे बढ़ना होता है. हर बार फैसला सही हो, यह जरूरी नहीं. दुनिया के बड़े-बड़े बिजनेसमैन से भी गलतियां हुई हैं, जिसका उन्हें पछतावा भी है. आइए जानते हैं बिजनेस की दुनिया के कुछ बड़े नामों को अपनी किस गलती का पछतावा है....
जैक मा
जैक मा के मुताबिक, अलीबाबा बनाना उनके जीवन की सबसे बड़ी गलती थी. अप्रैल 2016 में 20वें सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में जैक मा से पूछा गया था कि वह अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती किसे मानते हैं. तब उन्होंने जवाब दिया कि मेरी सबसे बड़ी गलती अलीबाबा है. जैक मा ने कहा था, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह कंपनी मेरे जीवन को इतना बदल देगी. मैं तो बस कोई छोटा-मोटा बिजनेस करना चाहता था. लेकिन अलीबाबा का इतना बड़ा होना मेरे लिए मुसीबत बन गया है. मैं हर दिन किसी राष्ट्रपति जितना व्यस्त रहता हूं. इसके बाद भी मेरे पास कोई पावर नहीं है. मेरी कोई पर्सनल लाइफ नहीं रह गई है. इसलिए अगर कभी मुझे दोबारा जिंदगी मिली तो मैं कभी इस तरह का बिजनेस नहीं करूंगा. मैं अपनी लाइफ एन्जॉय करना चाहता हूं."
रतन टाटा
हर कोई जानता है कि नैनो कार टाटा समूह के मुखिया रतन टाटा का ड्रीम प्रॉजेक्ट थी. लेकिन यह लखटकिया कार लोगों को उस तरह से आकर्षित नहीं कर पाई, जिस तरह से रतन टाटा चाहते थे. आखिरकार टाटा मोटर्स को नैनो की मैन्युफैक्चरिंग बंद करनी पड़ी. साल 2015 में Great Lakes Institute of Management के कॉन्वोकेशन में छात्रों को संबोधित करते हुए रतन टाटा ने स्वीकार किया था कि नैनो के साथ सबसे बड़ी गलती हुई उसकी ब्रांडिंग 'सबसे सस्ती' कार के तौर पर किया जाना. असल में उसकी ब्रांडिंग 'सबसे किफायती' कार के तौर पर की जानी चाहिए थी, जो कि कंपनी का वास्तविक मकसद था.
वॉरेन बफे
बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और CEO वॉरेन बफे ने साल 2015 में कंपनी खरीदने की 50वीं सालगिराह पर शेयर होल्डर्स को लिखे लेटर में अपनी सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट मिस्टेक का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि बर्कशायर खरीदना उनका सबसे बेवकूफी भरा फैसला था. उन्होंने यह कंपनी सिर्फ इसलिए खरीदी क्योंकि वह उन्हें सस्ते में मिल रही थी.
मार्क जुकरबर्ग
फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने एक बार कहा था उनकी बड़ी गलती, दुनिया के प्रति फेसबुक की जिम्मेदारी के बारे में व्यापक दृष्टिकोण रखने में विफलता थी. जुकरबर्ग ने अप्रैल 2018 में यह बात बताई थी. उनका यह बयान कैम्ब्रिज एनालिटिका स्कैंडल से जुड़ा हुआ था. मार्च 2018 में उन्होंने स्वीकारा था कि फेसबुक की सबसे बड़ी गलतियों में से एक थी कि कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका स्कैंडल मामले की गहराई में नहीं गई.
बिल गेट्स
माइक्रोसॉफ्ट के अरबति को-फाउंडर Bill Gates ने भी एक बार अपने करियर की सबसे बड़ी गलती का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि उनकी सबसे बड़ी गलती थी, माइक्रोसॉफ्ट में एंड्रॉयड क्रिएट न करना. यह गलती उन्हें 400 अरब डॉलर भारी पड़ी. गेट्स ने नवंबर 2019 में The New York Times DealBook Conference में एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि हमें फोन ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए था. सॉफ्टवेयर की दुनिया में मोबाइल प्लेटफॉर्म में जीतने वाला ही मार्केट पर राज करता है. अगर हम फोन ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने पर अधिक ध्यान देते तो आज आप Android का उपयोग करने के बजाय Windows Mobile का इस्तेमाल कर रहे होते.
एलन मस्क
टेस्ला के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क ने मार्च 2018 में एक Q&A सेशन में भाग लिया था. तब उन्होंने अपने करियर की सबसे बड़ी गलती का जिक्र किया था. टेस्ला के बॉस ने कहा था कि उन्होंने अपने करियर की सबसे बड़ी गलती यह की थी कि शुरुआती दिनों में टेस्ला के साथ उनका ज्यादा जुड़ाव नहीं था. उन्होंने शुरुआती दिनों में टेस्ला को ज्यादा वक्त और ध्यान नहीं दिया. उनका ज्यादा ध्यान SpaceX पर रहा. 2004 से 2008 तक मस्क, टेस्ला में एक प्रमुख निवेशक थे, लेकिन वह स्पेस एक्सप्लोरेशन कंपनी SpaceX के सीईओ थे.