होम्योपैथी के जरिए 15 लाख मरीजों का इलाज कर चुके पद्मश्री डॉ. मुकेश बत्रा के Dr Batra's Healthcare की कहानी
Dr Batra's Healthcare - होम्योपैथिक क्लीनिक की दुनिया की सबसे बड़ी चेन है. भारत के मशहूर होम्योपैथ डॉ. मुकेश बत्रा ने साल 1982 में मुंबई में दुनिया के पहले ब्रांडेड होम्योपैथिक क्लिनिक के रूप में Dr Batra’s Positive Health Clinic Private Limited की स्थापना की.
होम्योपैथी (Homeopathy), जो भारत में लगभग दो सौ साल पहले आरंभ की गयी थी, आज यह भारत की बहुलवादी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. होम्योपैथिक चिकित्सा के अनुसार शरीर में खुद को ठीक करने की क्षमता होती है और इसमें बीमारी के लक्षणों को शरीर द्वारा फिर से स्वस्थ होने के लिए की गई प्रतिक्रियाएं समझा जाता है.
होम्योपैथी शब्द ग्रीक के दो शब्दों “होमियोस” और “पैथोस” से मिलकर बना है. होमियोस का मतलब “एक समान” और पैथोस का मतलब “कष्ट” (या रोग) होता है, जो होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के सिद्धांत “लॉ ऑफ सिमिलर” को दर्शाता है. होम्योपैथी की खोज एक जर्मन चिकित्सक, डॉ. क्रिश्चन फ्रेडरिक सैमुएल हैनिमैन (1755-1843), द्वारा अठारहवीं सदी के अंत के दशकों में की गयी थी.
Market Research Future (MRFR) द्वारा हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, होम्योपैथिक मेडिसिन का मार्केट साइज 2023 में 0.85 अरब डॉलर आंका गया था. इसके 2024 में 0.96 अरब डॉलर से बढ़कर 2032 तक 2.34 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. इस अवधि के दौरान यह 11.71% की CAGR (compound annual growth rate) से बढ़ रहा है. होम्योपैथिक दवा के बारे में लोगों में बढ़ती जागरूकता और मधुमेह, मोटापा आदि जैसी फैलती बीमारियाों ने बाजार को गति दी है.
Dr Batra's Healthcare - होम्योपैथिक क्लीनिक की दुनिया की सबसे बड़ी चेन है. भारत के मशहूर होम्योपैथ डॉ. मुकेश बत्रा (Dr. Mukesh Batra) ने साल 1982 में मुंबई में दुनिया के पहले ब्रांडेड होम्योपैथिक क्लिनिक के रूप में डॉ. बत्रा पॉजिटिव हेल्थ क्लिनिक प्राइवेट लिमिटेड (Dr Batra’s Positive Health Clinic Private Limited) की स्थापना की. डॉक्टरों के परिवार से आने वाले, डॉ. बत्रा साल 1974 से होम्योपैथी का अभ्यास कर रहे हैं. उन्होंने अपने विश्व स्तरीय अत्याधुनिक होम्योपैथिक क्लीनिकों के माध्यम से होम्योपैथी को मानकीकृत और पेशेवर बनाया है, जो समग्र स्वास्थ्य देखभाल समाधान प्रदान करने के लिए होम्योपैथी की शक्ति को अत्याधुनिक तकनीकों के साथ जोड़ते हैं.
डॉ. मुकेश बत्रा ने 10 बेस्टसेलर किताबें लिखी हैं. उनकी जीवनी पर 'जीना इसी का नाम है' (Jeena Isi ka Naam Hai) नामक नाटक बनाया गया है. उन्हें चिकित्सा के लिए कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं. डॉ. बत्रा को पद्मश्री पुरस्कार से भी नवाज़ा जा चुका है, जो भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक है. उनकी शिक्षाओं को मान्यता देते हुए उन्हें कैलिफोर्निया, अमेरिका और लंदन, ब्रिटेन के होम्योपैथी कॉलेजों में मानद फैलोशिप प्रदान की गई है. हाल ही में उन्हें SKAL का अध्यक्ष चुना गया है. वे National Task force of AYUSH (Homeopathy) – CII के सदस्य भी हैं. सरकार के 'हील इन इंडिया' मिशन के तहत, डॉ. बत्रा CII द्वारा प्रस्तुत मेडिकल वैल्यू टूरिज्म पर श्वेत पत्र का हिस्सा थे, जिसके वे आयुष (होम्योपैथी) के सह-अध्यक्ष हैं. वे Rotary club of Bombay के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
Dr Batra’s Group of Companies के फाउंडर और चेयरमैन डॉ. मुकेश बत्रा ने हाल ही में YourStory से बात की. वे बताते हैं, “Dr Batra's Healthcare नॉन-कम्यूनिकेबल क्रोनिक डिसऑर्डर का इलाज कर रही है. भारत में 4.1 करोड़ लोग क्रोनिक डिसऑर्डर से पीड़ित हैं. हम सभी प्रकार की श्वसन संबंधी बीमारियों, बालों के विकारों, अस्थमा, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, विटिलिगो, एक्जिमा और सोरायसिस का इलाज करते हैं. हमारे पास मधुमेह और वजन प्रबंधन (Bfit) के लिए उपचार के विकल्प भी हैं. डॉ. बत्रा के पॉजिटिव हेल्थ क्लीनिक ने बेहतर रोगी परिणाम प्राप्त करने के लिए नई प्रक्रियाओं, प्रणालियों, टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग करके होम्योपैथिक सेक्टर में क्रांति ला दी है.”
Dr Batra's Healthcare के बिजनेस मॉडल को सर्विसेज और प्रोडक्ट्स के आधार पर 2 कैटेगरी में बांटा गया है. सर्विस मॉडल के तहत यह भारत समेत 5 देशों में 160 शहरों में 350 से अधिक डॉक्टरों के साथ गैर-सर्जिकल सौंदर्य सेवाओं के साथ होम्योपैथिक क्लीनिक चलाता है. यह 2015 से होम्योपैथिक डॉक्टरों के लिए त्वचाविज्ञान, सौंदर्य प्रसाधन, ऑन्कोलॉजी और श्वसन में MUHS के साथ साझेदारी में फेलोशिप और एडवांस कोर्स के लिए एक अकादमी भी चलाता है. प्रोडक्ट मॉडल में FMCG सेक्टर में 125 से अधिक SKU (stock keeping unit) हैं जो इसके क्लीनिक, ई-कॉमर्स, मॉडर्न ट्रेड और लिमिटेड जनरल ट्रेड में बिकते हैं. उनकी होम्योपैथिक क्लिनक चेन में अब तक 15 लाख से अधिक मरीजों का इलाज हो चुका है.
डॉ. मुकेश बत्रा बताते हैं, “हमारे क्लीनिक भारत में सर्विस सेक्टर में ISO सर्टिफिकेट हासिल करने वाले पहले क्लीनिक थे. हमने 1997 में दुनिया का पहला साइबर क्लिनिक खोला, जिसे दुनिया भर में सबसे अधिक संख्या में रोगियों (87 देशों में 4.5 लाख) का इलाज करने के लिए लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता दी गई. हमने दुनिया का पहला डीएनए-आधारित होम्योपैथिक उपचार, जेनो होम्योपैथी भी पेश किया. हाल ही में AI Skin और AI Hair Pro उपचार पेश किए. हमने 1982 में डॉ. बत्रा Dr Batra’s में इलेक्ट्रॉनिक केस रिकॉर्ड स्थापित किए थे. पिछले कुछ वर्षों में Dr Batra’s का होम्योपैथी में डिजिटलीकरण कई भौगोलिक क्षेत्रों और स्थानों पर 24x7 लाइव कनेक्टिविटी तक बढ़ गया है. इससे दुनिया भर के वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा मरीजों की समीक्षा और दूसरी राय लेना संभव हो गया है. हमारी दवाइयाँ अग्रणी आपूर्तिकर्ताओं से प्राप्त की जाती हैं, जिनके पास राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय होम्योपैथिक फार्माकोपिया मानकों को पूरा करने वाले परीक्षण प्रमाणपत्र होते हैं और खपत तक उनकी शुद्धता बनाए रखने के लिए ब्लिस्टर-पैकेज किए जाते हैं.”
वे आगे बताते हैं, “हमने mHealth लॉन्च किया. यह एक वायरलेस एप्लिकेशन प्रोटोकॉल (WAP)-सक्षम मोबाइल एप्लिकेशन है जो एक बटन के स्पर्श से स्वास्थ्य सेवा की पहुँच में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है. यह उपयोगकर्ता के अनुकूल प्लेटफ़ॉर्म पंजीकरण, ब्रीफ केस हिस्ट्री, डॉक्टरों के साथ ऑनलाइन चैट, अपॉइंटमेंट रिक्वेस्ट और उपचार योजना की शुरुआत या नवीनीकरण जैसी कई सेवाएँ प्रदान करता है. इसके अलावा, Dr Batra’s Tele-Homeopathy Clinic की शुरुआत, जो दुनिया का अपनी तरह का पहला है, इंटरैक्टिव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिकित्सा परामर्श की सुविधा के लिए टेक्नोलॉजी की शक्ति का उपयोग करता है, जिससे रोगियों, परामर्श डॉक्टरों और विशेषज्ञों के बीच सहज संपर्क संभव होता है, जिसमें महत्वपूर्ण रोगी जानकारी और रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध होती हैं.”
होम्योपैथी सेक्टर में क्लीनिक चेन खोलने को लेकर किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इसके जवाब में डॉ. बत्रा बताते हैं, “पहली कठिनाई पूंजी की कमी थी. पैसे आसानी से उपलब्ध नहीं थे और मुझे 36% की उच्च ब्याज दर पर पैसे उधार लेने पड़े. 63,000 रुपये की EMI ब्रेक-ईवन के साथ लोन चुकाने का दबाव, जिसका मतलब था कि मुझे अपनी आय को तीन गुना करना होगा, जिससे मैं अपने आरामगाह से बाहर निकल गया. दूसरी चुनौती थी, डॉक्टरों और कर्मचारियों की पहचान करना और उन्हें प्रशिक्षित करना. और तीसरा चुनौती थी - विभिन्न देशों में लाइसेंसिंग और वैधानिकताएँ.”
Dr Batra's के रेवेन्यू के बारे में बताते हुए फाउंडर और चेयरमैन डॉ. मुकेश बत्रा कहते हैं, “Dr Batra’s Homeopathy अपने डेट-फ्री स्टेट्स बनाए रखने में कामयाब रही है. सभी निवेशों को आंतरिक रूप से वित्तपोषित करती है. पिछले दो वर्षों में, हमारी वृद्धि सालाना 22.3% बढ़ी है, और हम चालू वित्त वर्ष में वृद्धि के इस स्तर को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं. हमारी कंपनी का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष के अंत तक 285 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करना है.”
अपनी CSR शाखा Dr Batra's Positive Health Foundation के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. बत्रा कहते हैं, “यह फाउंडेशन देश में कम भाग्यशाली लोगों के जीवन में गहरा बदलाव ला रही है. 23 साल पहले शुरू की गई यह संस्था वर्तमान में 192 निःशुल्क क्लीनिक चलाती है, जो जरूरतमंदों को हर महीने के दूसरे गुरुवार को आजीवन निःशुल्क परामर्श और उपचार प्रदान करती है. फाउंडेशन पिछड़े लोगों तक होम्योपैथी के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए देश भर में दस गैर-लाभकारी संगठनों (NGOs) से जुड़ी हुआ है. फाउंडेशन उन योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति भी प्रदान करता है जो होम्योपैथी में अध्ययन करना चाहते हैं, लेकिन फीस वहन नहीं कर सकते.”
अंत में, Dr Batra's Healthcare को लेकर अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा करते हुए डॉ. बत्रा कहते हैं, “हमारे पास मध्य पूर्व में अपने क्लिनिक नेटवर्क का विस्तार करने की रणनीतिक योजना है, जिसमें यूएई और सऊदी अरब जैसे स्थानों को लक्षित किया गया है. इसके साथ ही यूके में भारतीय प्रवासियों की स्वास्थ्य संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने का लक्ष्य भी है. इसके अलावा, हमारी कंपनी देश के भीतर लगभग 30 नए क्लीनिक खोलने का इरादा रखती है. वर्तमान में, हम 160 शहरों में 200 से अधिक क्लीनिक चला रहे हैं. हमने इस साल बाल, त्वचा, नींद और चिंता विकारों के लिए Gummies (गमीज़) लॉन्च किया है और आने वाले समय में कई और नए प्रोडक्ट लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं.”