Suzuki ने लॉन्च किया Next Bharat Ventures; भारतीय स्टार्टअप्स में 340 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य
Next Bharat Ventures का लक्ष्य अगले तीन से चार वर्षों में प्रति वर्ष 20 निवेश करना है और यह प्रत्येक स्टार्टअप में 1 करोड़ रुपये से लेकर 8 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी.
ऑटोमोटिव सेक्टर की दिग्गज जापानी कंपनी सुजुकी (Suzuki) ने भारत में शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए 340 करोड़ रुपये के फंड के साथ Next Bharat Ventures की शुरुआत की है.
ईटी ने इसकी जानकारी देते हुए, Next Bharat Ventures के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्युटिव विपुल नाथ जिंदल के हवाले से बताया कि इस वेंचर इन्वेस्टिंग शाखा की स्थापना सुजुकी की सहायक कंपनी के रूप में की जाएगी, जो पहले फंड के लिए एकमात्र लिमिटेड पार्टनर (LP) है.
जिंदल, जो पहले जापान में सुजुकी के इनोवेशन सेंटर के प्रमुख थे, ने कहा कि यह वेंचर इन्वेस्टिंग शाखा एक सामान्य कॉर्पोरेट वेंचर कैपिटल (CVC) शाखा नहीं होगी, बल्कि सुजुकी की एक स्वतंत्र इकाई की तरह काम करेगी, जिसमें स्थानीय टीम निवेश पर निर्णय लेगी.
इसके बाद Next Bharat Ventures एक रेजीडेंसी प्रोग्राम के माध्यम से फर्मों में निवेश करेगा, जिसका पहला समूह इस साल अक्टूबर में शुरू होगा, जिसके लिए आवेदन गुरुवार से शुरू होंगे. यह Antler और Y Combinator जैसी कंपनियों द्वारा चलाए जा रहे रेजीडेंसी प्रोग्राम के समान होगा, लेकिन उन फर्मों पर ध्यान केंद्रित करेगा जो अपने बिजनेस के माध्यम से सामाजिक प्रभाव डालेंगे.
गुजरात के GIFT सिटी में स्थित सुजुकी संभवतः बेंगलुरु में रेजीडेंसी प्रोग्राम चलाएगी. जिंदल ने कहा, "हमें उम्मीद नहीं है कि प्रतिभागी हर समय शहर में रहेंगे... हालांकि शहर सीखने और नेटवर्क बनाने के लिए जगह और अवसर प्रदान करता है, वे प्रभावशाली स्टार्टअप संस्थापक हैं और उन्हें संभवतः बहुत अधिक जमीनी स्तर पर रहने की आवश्यकता होगी. हम उन्हें वह लचीलापन प्रदान करना चाहते हैं."
Next Bharat Ventures का लक्ष्य अगले तीन से चार वर्षों में प्रति वर्ष 20 निवेश करना है और यह प्रत्येक स्टार्टअप में 1 करोड़ रुपये से लेकर 8 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी.
उन्होंने कहा, "हम लाभ कमाने वाली ऐसी फर्मों की तलाश कर रहे हैं, जिनके काम से सामाजिक लाभ भी होगा... हम एग्रीटेक, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, वित्तीय समावेशन और ग्रामीण गतिशीलता जैसे क्षेत्रों में निवेश करके शुरुआत करना चाहते हैं."
निवेश की अवधि 15 साल होगी, जबकि सामान्य तौर पर 10+2 साल की अवधि होती है. जिंदल ने कहा, "इस सेक्टर में कारोबार शुरू करना मुश्किल है, लेकिन हम धैर्यवान पूंजी बनना चाहते हैं, जिसकी इन निवेशकों को जरूरत है." यह वेंचर इन्वेस्टिंग शाखा अनौपचारिक अर्थव्यवस्था में काम करने वाले लोगों, जैसे गिग वर्कर और कचरा प्रबंधन कर्मचारियों, के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ काम करने वाले व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिसमें किसान और कारीगर शामिल हैं. यह फंड-ऑफ-फंड (FoF) के रूप में भी काम करेगी, जो अन्य छोटे फंडों में LP के रूप में निवेश करेगा.