टॉप-20 में उत्तराखंड के इंजीनियर रजत जैन का स्टार्टअप स्पेनडन डिवाइस
"उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग की ओर से अब तक देश में 19,782 स्टार्टअप पंजीकृत हो चुके हैं, जिनमें से टॉप-20 में उत्तराखंड के इंजीनियर रजत जैन का स्टार्टअप 'स्पेनडन डिवाइस' भी है। गौरतलब है कि भारतीय स्टार्टअप में पूंजी निवेश भी दो बिलियन डॉलर से बढ़कर 4.2 बिलियन डॉलर यानी दोगुना हो चुका है।"
उत्तराखंड के ग्राफिक एरा संस्थान से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने वाले रजत जैन ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंट टेक्नोलॉजी से स्पेनडन डिवाइस तैयार की है। इसकी खास बात ये है कि इस डिवाइस से अनपढ़ से लेकर डॉक्टर तक कोई भी दिल की बीमारी का पता कर सकता है। वह रजत 'सनफॉक्स' कंपनी के नाम से दिल की बीमारी का पता लगाने वाली इस स्पेंडन डिवाइस का प्रॉडक्शन भी कर रहे हैं। कई अस्पतालों में उनकी इस डिवाइस का मरीजों पर ट्रायल भी चल रहा है। ये मशीन अलर्ट कर देती है कि दिल की बीमारी होने की कितने प्रतिशत आशंका है।
रजत ने अपने इस आइडिया पर स्टार्टअप के जरिये इसे उद्योग के रूप में स्थापित करने की ओर कदम बढ़ा दिया। उनके स्टार्टअप को देश के टॉप-20 स्टार्टअप में स्थान मिला है। वर्ल्ड इकॉनोमिक्स फोरम की इसी माह तीन जुलाई को चीन में आयोजित न्यू चैंपियन मीटिंग में उनको भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। उसमें भारत से छह स्टार्ट अप का चयन किया गया।
गौरतलब है कि उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग की ओर से अब तक देश में 19,782 स्टार्टअप पंजीकृत हो चुके हैं, जिनमें 540 से ज्यादा एंजल टैक्स से छूट के दायरे में हैं। इस कार्यक्षेत्र के टॉप टेन शहरों में बेंगलुरु, नोएडा, केरल, कर्नाटक से भी यूपी पिछड़ गया है।
डीपीआईआईटी के मुताबिक, महाराष्ट्र में सर्वाधिक 8402, दिल्ली में 7903, कर्नाटक और केरल दोनों में 5512 स्टार्टअप को मान्यता मिली है, जबकि राज्य उत्तर प्रदेश 4328 स्टार्टअप से पांचवें नंबर पर है। इस मायने में गुजरात की भी स्थिति कुछ अच्छी नहीं, जहां कुल 2693 स्टार्टअप्स ही पंजीकृत हो सके हैं। इसी तरह पंजाब में मात्र 498, बिहार में 700, प. बंगाल में 1511 स्टार्टअप रजिस्टर्ड हुए हैं।
डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन (डीआईपीपी) ने दिसंबर 2018 में पहली स्टार्ट-अप रैंकिंग जारी की थी, जिसमें छह अलग-अलग वर्गों पर आधारित रैंकिंग में गुजरात को पहला स्थान मिला था। उस समय इस राज्य को सबसे बेहतर स्टार्टअप स्टेट के अलावा कर्नाटक, केरल, ओडिशा और राजस्थान को भी अग्रणी बताया माना गया था। छत्तीसगढ़ में अब तक 102 स्टार्टअप पंजीकृत हुए हैं, जिनमें 712 लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही इनका कुल टर्नओवर 97 करोड़ स्र्पये तक पहुंच चुका है। एफडीडीआई रोहतक (हरियाणा) के कार्यकारी निदेशक विकास सिंह सांगवान का कहना है कि स्टार्टअप की दृष्टि से युवाओं के लिए भविष्य में फुटवियर, फैशन डिजाइन में अच्छे अवसर आने वाले हैं।
इस बीच स्टार्टअप से फैशन इंडस्ट्री में भी आश्चर्यजनक परिवर्तन देखा जा रहा है। इसमें महत्वपूर्ण रोल ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का माना जा रहा है, क्योंकि इसके कारण अब न मॉडल की जरूरत पड़ रही है, न स्टोर में जाकर न शॉपिंग और कपड़े ट्रायल करने की। डिजायनर डिजिटल मॉडल पर अपने परिधान ट्रायल करने लगे हैं। डिजायनर जो नए परिधान तैयार कर हरे हैं, उनमें सेंसर चिप स्टीच की जा रही हैं। इससे वे समय और तापमान के अनुसार रंग बदल ले रहे हैं। इसके साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग का तरीका भी बदल रहा है। उधर, केंद्रीय कंपनी मामलों का मंत्रालय सेबी के साथ मिलकर डिफरेंशियल वोटिंग राइट्स (डीवीआर) से जुड़े नियमों में बदलाव कर स्टार्टअप पूंजी संचयन आसान करने जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय स्टार्टअप में पूंजी निवेश लगभग दोगुना हो चुका है। दो साल पहले वह कुल लगभग दो बिलियन डॉलर था, बढ़कर 4.2 बिलियन डॉलर से भी अधिक हो गया है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त, 2015 में नवप्रवर्तन और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 'स्टार्ट-अप इंडिया' अभियान का ऐलान किया था, जिसकी शुरुआत 16 जनवरी 2016 को हो सकी।
स्टार्टअप की दृष्टि से जयपुर (राजस्थान) को इंटरनेशनल क्राफ्ट सिटी का दर्जा मिल चुका है। अग्रणी राजस्थान से लगभग साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए का हस्तशिल्प निर्यात हो रहा है। राजस्थान में शिल्प से जुड़ी ओढ़नी, जाजम, लैण्ड स्केप पेंटिंग, ब्लू पॉटरी, मीनाकारी, मिनिएचर पेंटिंग, क्ले पॉटरी, पेपरमैशी, टाई एंड डाई जैसी कई कलाएं लुप्त होने के कगार पर हैं, ऐसे में स्टार्टअप से नई संभावनाएं पैदा हुई हैं। इन्हे प्रमोट करने के लिए राज्य में समय-समय पर फैशन शो ऑर्गेनाइज किए जा रहे हैं, जिनमें खास तौर से युवा बढ़चढ़ कर शिरकत करने लगे हैं।