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कोरोना काल में माँ-बाप खोने वाले बच्चों के लिए मसीहा बने शशि प्रकाश, कर रहे हैं अनाथ बच्चों की शिक्षा का प्रबंध

कोरोना काल में माँ-बाप खोने वाले बच्चों के लिए मसीहा बने शशि प्रकाश, कर रहे हैं अनाथ बच्चों की शिक्षा का प्रबंध

Wednesday September 01, 2021 , 3 min Read

"इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही शशि प्रकाश ने शिक्षण कार्य की तरफ रुख कर लिया था। बीते 14 सालों से लगातार शिक्षण कार्य में जुटे शशि प्रकाश सिंह फिलहाल कोटा से अनअकैडमी के छात्रों को पढ़ा रहे हैं।"

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(चित्र साभार: शशि सिंह/इंस्टाग्राम)

कोरोना महामारी के चलते देश भर में बड़ी संख्या में बच्चों ने अपने परिजनों को खो दिया है। कई मामलों में तो महामारी के चलते बच्चों के ऊपर से माँ और बाप दोनों का ही सहारा उठ गया है और ऐसे में उन बच्चों के ऊपर उनके बेहतर भविष्य को लेकर भी अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे हैं। ऐसे ही बच्चों की मदद के लिए उत्तर प्रदेश के बलिया के एक शिक्षक ने अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं।


किसान परिवार में जन्मे शिक्षक शशि प्रकाश सिंह आज ऐसे बच्चों की शिक्षा में रुकावट ना आए इसका पूरा ख्याल रखने का प्रयास कर रहे हैं। शशि प्रकाश बलिया के एक छोटे से गाँव से आते हैं और उनकी शुरुआती शिक्षा एक सरकारी स्कूल में ही सम्पन्न हुई थी, जिसके बाद उन्होने रुड़की से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी।


इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही शशि प्रकाश ने शिक्षण कार्य की तरफ रुख कर लिया था। बीते 14 सालों से लगातार शिक्षण कार्य में जुटे शशि प्रकाश सिंह फिलहाल कोटा से अनअकैडमी के छात्रों को पढ़ा रहे हैं।

हालात ने किया विचलित

शशि प्रकाश सिंह के अनुसार कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान सामने आ रही खबरों ने उन्हें बुरी तरह विचलित कर दिया। इसी दौरान उन्हें यह भी पता चला कि बहुत बड़ी संख्या में बच्चों ने अपनी पढ़ाई छोड़ दी है।


इसके पीछे का कारण जानकर शशि प्रकाश भी बेचैन हो गए क्योंकि दरअसल उनमे से अधिकतर बच्चों ने कोरोना काल के दौरान अपने माँ-बाप को खो दिया था जिसके चलते बने बुरे आर्थिक हालत की वजह से वे अपनी पढ़ाई को आगे जारी नहीं रख सकते थे।


बस यहीं से शशि प्रकाश ने खुद आगे आकर पहल करते हुए इन बच्चों की मदद करने का फैसला किया। शशि सिंह ने ऐसे कुछ बच्चों को ना सिर्फ मुफ्त पढ़ाने का फैसला किया बल्कि उन्होने ऐसे बच्चों की फीस भरनी भी शुरू कर दी। जल्द ही यह दायरा बड़ा होने लगा और बच्चों की संख्या काफी अधिक हो गई।

2021 बच्चों की करेंगे मदद

शशि प्रकाश कहते हैं कि ‘अगर किसी कारण किसी बच्चे की शिक्षा रुक जाती है तो उससे सिर्फ उसका परिवार ही पीछे नहीं रहेगा बल्कि एक पूरी पीढ़ी और पूरा देश पीछे चला जाएगा।’ आज शशि सिंह ने इस साल 2021 जरूररतमंद बच्चों की आर्थिक मदद करने का लक्ष्य रखा है।


इन जरूरतमंद बच्चों की मदद के अपने इस लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य में शशि प्रकाश ने अपनी सारी जमा-पूंजी लगा दी है। शशि प्रकाश ने यह तय किया है कि देश के किसी भी कोने में रहने वाले जरूरतमंद बच्चे की मदद को वे सबसे आगे खड़े आएंगे। 


गौरतलब है कि आज शशि प्रकाश जिन बच्चों की मदद कर रहे हैं वो बच्चे अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम के साथ ही बांग्ला और गुजराती समेत तमाम क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई कर रहे हैं। शशि प्रकाश के अनुसार आज ऐसे जरूरतमंद बच्चे उनसे संपर्क कर सकते हैं और वे उनकी हरसंभव मदद करने की कोशिश करेंगे। शशि प्रकाश ने देशवासियों से भी अपील की है कि सभी को आगे आकर ऐसे बच्चों की मदद करनी चाहिए।



 


Edited by Ranjana Tripathi