Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
ADVERTISEMENT
Advertise with us

तो आखिर पता लग जाएगा UFO और उड़न तश्तरियों का सच, स्टडी के लिए NASA ने बनाई अलग टीम

16 सदस्यों की इस टीम में जाने माने साइंटिस्ट्स, डेटा और एआई प्रैक्टिशनर्स, एरोस्पेस सेफ्टी एक्सपर्ट्स और अन्य क्षेत्रों से जुड़े दिग्गज शामिल हैं. यह टीम UFO, UAP को लेकर मौजूदा आंकड़ों की स्टडी करेगी और 2023 के मध्य तक स्टडी के नतीजे जारी करेगी.

तो आखिर पता लग जाएगा UFO और उड़न तश्तरियों का सच, स्टडी के लिए NASA ने बनाई अलग टीम

Tuesday October 25, 2022 , 3 min Read

आए दिन कभी उड़न तश्तरी तो कभी यूएफओ तो कभी एलिएंस कि बातें उठती रही हैं, लेकिन आज तक इस बात के पुख्ता सबूत नहीं मिल पाए हैं कि ये चीजें वास्तव में है भी या नहीं और हैं तो आखिर हैं क्या? देश विदेश के वैज्ञानिक इनकी तह तक जाने के लिए कईयों स्टडी कर चुके मगर कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है.


NASA ने अब आसामान ने नजर आ जाने वाली इन्हीं अज्ञात चीजों के बारे में और अधिक जानकारी पता लगाने के लिए एक स्टडी शुरू की है. इस स्टडी से वैज्ञानिकों को इन अनआईडेंटिफाइड एरियल फिनॉमिना (UAP) या UFOs (अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स) के बारे में और गहन जानकारी मिल सकेगी.


समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक 9 महीनों तक 16 सदस्यों की एक टीम UAP को लेकर जमीनी काम करेगी. जिनका इस्तेमाल NASA और अन्य संगठन UAP से जुड़ी आगे की स्टडी में करेंगे. स्पेस एजेंसी NASA ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी. इस टीम में लीडिंग साइंटिस्ट्स, डेटा और एआई प्रैक्टिशनर्स, एरोस्पेस सेफ्टी एक्सपर्ट्स और अन्य क्षेत्रों से जुड़े दिग्गज लोग शामिल हैं.


यह स्टडी पूरी तरह अभी तक के मौजूदा आंकड़ों पर ही फोकस रहकर की जाएगी. 9 महीनों तक इन आंकड़ों की गहन पड़ताल के बाद 2023 के मध्य में स्टडी के नतीजे जारी किए जाएंगे.


वॉशिंगटन, डीसी स्थित NASA हेडक्वॉर्टर में साइंस मिशन डायरेक्टोरेट के असोसिएट एडमिनिस्ट्रेट थॉमस जर्बुचेन ने कहा, अंतरिक्ष और वातावरण में दिखने वाली अनजान चीजों के बारे में पता करना ही तो हमारा काम है. अभी तक आसमान में जो भी अजीबोगरीब चीजें नजर आईं हैं और उनसे जुड़े आंकड़े हमारे पास मौजूद हैं उनके ही आधार पर स्टडी को आगे बढ़ाया जाएगा. और बहुत हद मुमकिन है कि इस स्टडी के बाद हमें यानी वैज्ञानिकों को ये समझने में आसानी होगी कि आखिर हमारे आसमान में क्या हो रहा है.


आपको बता दें कि आसमान में घटने वाली ऐसी अजीबोगरीब घटनाएं राष्ट्रीय सुरक्षा और वायु सुरक्षा दोनों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण हैं. यह स्टडी NASA के एयरक्राफ्ट्स को सुरक्षित रखने के उद्देश्य के साथ शुरू की जा रही है.


बिना भारी भरकम डेटा सेट के आसमान में होने वाली किसी भी तरह की गतिविधि के बारे में पता कुछ ठोस कहना या उसकी व्याख्या करना लगभग नामुमकिन है. इसलिए इस स्टडी के मेंबर्स प्रमुखतः यह पता लगाने पर काम करेंगे कि UAP को ठीक तरह से समझने के लिए आखिर किस तरह के आंकड़ों की जरूरत पड़ेगी या उन पर ध्यान देना चाहिए.


NASA हेडक्वॉर्टर में साइंस मिशन डायरेक्टोरेट के असिस्टेंट डेप्यूटी असोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर डेनियल इवंस ने कहा, नासा ने दुनिया के सबसे दिग्गज वैज्ञानियों की एक टीम तैयार की है, जिनमें सभी के पास एक खास तरह का जिम्मेदारी है. ये टीम हमें बताएगी कि UAP को समझने के लिए किस तरह डेटा और साइंस का बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है. इस स्टडी के जो भी नतीजे आएंगे उन्हें पब्लिक डोमेन में भी जारी किया जाएगा.