शहीद दिवस: महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि, एक साल में देश में मनाए जाते हैं 5 शहीद दिवस
महात्मा गांधी का मानना था कि ब्रिटिश अत्याचारों के खिलाफ हिंसात्मक जवाब देना गलत होगा और इस तरह बापू ने ब्रिटिश राज के खिलाफ अहिंसात्मक प्रदर्शन से जवाब देना उचित समझा.
भारत में, पांच दिनों को उन लोगों के सम्मान में शहीद दिवस (Martyrs Day) के रूप में घोषित किया जाता है जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन लगा दिया. इनमें से पहला शहीद दिवस 30 जनवरी को आता है, आज ही के दिन 1948 में नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की थी. (Mahatma Gandhi Death Anniversary)
महात्मा गांधी ने 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने वाले भारत में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष का नेतृत्व किया. बापू, जैसा कि उन्हें प्यार से बुलाया जाता है, ने अहिंसा और शांतिपूर्ण तरीकों के माध्यम से भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सबसे प्रमुख भूमिकाओं में से एक निभाई.
महात्मा गांधी की हत्या
महात्मा गांधी को 78 साल की उम्र में नई दिल्ली में बिड़ला हाउस कंपाउंड में गोली मार दी गई थी. उनकी हत्या भारत के विभाजन पर गांधी के विचारों का विरोध करने वाले नाथूराम गोडसे की थी.
शहीद दिवस कैसे मनाया जाता है
शहीद दिवस के दिन देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री दिल्ली स्थित राज घाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर एकत्रित होते हैं. देश के दिग्गज नेता और तीनों सेवा (जल, थल और वायु) प्रमुख महात्मा गांधी की याद में माल्यार्पण करते हैं.
इन दिनों को भी जाना जाता है शहीद दिवस के रूप में
- 23 मार्च को भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु की फाँसी को याद करते हुए शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है. इन तीनों को लाहौर सेंट्रल जेल (वर्तमान में पाकिस्तान) में 23 मार्च, 1931 को फाँसी दी गई थी.
- 21 अक्टूबर, जो कि पुलिस शहीद दिवस है, पुलिस विभागों द्वारा देशभर में मनाया जाता है. इस दिन साल 1959 में चीनी सेना द्वारा लद्दाख में भारत-तिब्बत सीमा पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया गया था.
- एक अन्य प्रसिद्ध भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि, जो 17 नवंबर को होती है, को भी शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है. सन् 1928 में लाला लाजपत राय ने साइमन कमीशन के विरुद्ध एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गए और बाद में इनकी मृत्यु हो गई थी.
- 19 नवंबर को रानी लक्ष्मीबाई का जन्मदिन मनाया जाता है और 1857 के विद्रोह में अपने प्राणों की आहूति देने वाले वीरों को याद किया जाता है, जिन्हें भारतीय स्वतंत्रता के प्रथम युद्ध के रूप में भी जाना जाता है.