104 साल की उम्र में 'फ्रीडम फाइटर' बिरदी चंद गोठी ने दी कोरोनावायरस को मात
मध्य प्रदेश के बैतूल शहर के रहने वाले 104 वर्षीय (जन्म - 2 नवंबर 1917) स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरदीचंद गोठी को करीब 10 दिन पहले कोरोना हो गया था। लेकिन अब उन्होंने इस घातक वायरस को मात दे दी है और अब वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
"हाल ही में मध्य प्रदेश के बैतूल शहर के रहने वाले 104 वर्षीय (जन्म - 2 नवंबर 1917) स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरदी चंद गोठी को करीब 10 दिन पहले कोरोना हो गया था। लेकिन अब उन्होंने इस घातक वायरस को मात दे दी है और अब वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। हालांकि डॉक्टर अभी भी उनकी हालत पर नजर बनाए हुए हैं।"
कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की दूसरी लहर बेहद खतरनाक साबित होती जा रही है। देश भर में लगातार सकारात्मक मामलों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। लेकिन इसी बीच कुछ ऐसे लोग हैं जिनकी हिम्मत और साहस के आगे ये महामारी घुटने टेकती नजर आई है। अभी हाल ही में मध्य प्रदेश के बैतूल शहर के रहने वाले 104 वर्षीय (जन्म - 2 नवंबर 1917) स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरदी चंद गोठी को करीब 10 दिन पहले कोरोना हो गया था।
लेकिन 104 साल के बिरदी चंद गोठी ने इस घातक वायरस को मात दे दी है और अब वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। हालांकि डॉक्टर अभी भी उनकी हालत पर नजर बनाए हुए हैं। बीती पांच अप्रैल को उनकी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उन्हें जरूरी उपचार दिया गया और 23 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है।
गोठी ने कहा,
"कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद डॉक्टरों ने मेरा इलाज किया। साथ ही घर पर काम करने वाले लोगों ने सहयोग किया। मैं खुश रहा और सादा खाना खाया। इसलिए मैं कोरोना को मात दे सका।"
बिरदीचंद गोठी ने आगे कहा,
"आजकल का खानपान एवं रहन-सहन लोगों को शारीरिक रूप से कमजोर कर रहा है। इसलिए सभी को सादा जीवन और सादा एवं संतुलित आहार लेने की जरूरत है। दिनचर्या को बेहतर कर शारीरिक परिश्रम करें और प्रसन्न रहें। इससे हम कोरोना को हरा सकते हैं।"
उन्होंने बताया कि छिंदवाड़ा के डॉक्टर प्रवीण नाहर की देखरेख में बैतूल में घर पर ही उनका इलाज किया गया था। कोरोना से जंग जीतने वाले बिरदीचंद गोठी के हौसले की मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी तारीफ की है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा,
"यह संयम और संकल्पित प्रयास का सुपरिणाम है। मुझे विश्वास है कि आपसे प्रेरणा प्राप्त कर COVID19 के संक्रमित मरीज समय से अपना टेस्ट एवं उचित उपचार करवायेंगे और स्वस्थ होंगे। आदरणीय बिरदीचंदजी गोठी जी, आप सदैव स्वस्थ और आनंदित रहें, शुभकामनाएं।"
आपको बता दें कि बिरदी चंद गोठी ने गांधीजी के बताये रास्ते पर चलकर सन 1930 में बैतूल जिले के आदिवासियों को एकजुट कर, जंगल सत्याग्रह की शुरुआत की। उन्होंने सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भी भाग लिया और इस दौरान उन्हें बैतूल और नागपुर जेल भी जाना पड़ा।
गांधी जी जब 1933 में हरिजन उद्धार कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बैतूल आए थे तब भी बिरदी चंद गोठी उनसे मिले थे। उन्होंने आज भी उस पलंग को सुरक्षित रखा हुआ है जिस पर महात्मा गांधी ने विश्राम किया था।
योरस्टोरी से बात करते हुए बिरदी चंद गोठी के पोते गौरव गोठी कहते हैं,
"दादाजी 104 साल के हो गए हैं। आज के समय में जिन्दगी के शतक से आगे निकल जाना अपने आप में एक प्रेरणा देने वाली बात है। दादाजी बैतूल (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और 200 सदस्यों से भी अधिक बड़े गोठी परिवार के मुखिया हैं। बैतूल में सभी उन्हें 'बाबाजी' कहना पसंद करते हैं। सादा जीवन उच्च विचार का वह एक जीता जागता उदहारण हैं।"
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वह कहते हैं,
"भारतीय स्वाधीनता संग्राम में दादाजी का योगदान आज भी प्रासंगिक है। गांधीजी के बताये रास्ते पर चलकर साल 1930 में बैतूल जिले के आदिवासियों को एकजुट किया और जंगल सत्याग्रह की शुरुआत की। 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भी हिस्सा लिया और इस दौरान बैतूल और नागपुर जेल भी जाना पड़ा।"
गौरव यह भी कहते हैं,
"स्वंतंत्रता संग्राम में योगदान के बाद, मध्य प्रदेश सरकार और भारत सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं को ना लेते हुए दादाजी देश सेवा का एक अतुलनीय उदाहरण पेश करते हैं। मैंने बचपन से उनको देखा है। सुबह जल्दी उठना, संतुलित आहार, नियमित वर्जिश एवं पठन- पाठन, और खुश मन से अपने हर काम को अंजाम देते रहे हैं।"
आपको बता दें, देश में तेज गति से कोविड-19 के बढ़ते मामले बदस्तूर जारी हैं। मंगलवार को एक बार फिर देश में 3 लाख से ज्यादा कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 3 लाख 23 हजार 144 नए मामले सामने आए हैं।
यह लगातार छठां दिन है जब एक दिन में कोविड-19 के तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17,636307 हो गई है। वहीं दूसरी तरफ इस अवधि में 2771 मरीजों की मौत हुई है और कुल मृतकों का आंकड़ा 1,97,894 हो गया है।