IRDAI ने खत्म की एजेंट्स को कमीशन देने की लिमिट, जानिए आपको कैसे होगा फायदा
IRDAI ने एजेंट्स के लिए कमीशन लिमिट को हटा दिया है. बीमा नियामक के इस फैसले से इंश्योरेंस की संख्या में बढ़ोतरी होगी. यह नया नियम 1 अप्रैल से लागू होगा. अब इंश्योरेंस कंपनियां एजेंट्स को या बिचौलियों को पहले से अधिक कमीशन ऑफर कर सकेंगी.
हाइलाइट्स
IRDAI ने एजेंट्स के लिए कमीशन लिमिट को हटा दिया है.
बीमा नियामक के इस फैसले से इंश्योरेंस की संख्या में बढ़ोतरी होगी.
यह नया नियम 1 अप्रैल से लागू होगा.
अब इंश्योरेंस कंपनियां एजेंट्स को या बिचौलियों को पहले से अधिक कमीशन ऑफर कर सकेंगी.
वैसे तो 1 अप्रैल से कई बड़े बदलाव हो रहे हैं, लेकिन उनमें से एक बदलाव इंश्योरेंस (Insurance) सेक्टर से जुड़ा है. IRDAI ने एजेंट्स के लिए कमीशन लिमिट को हटा दिया है. हालांकि, इंश्योरेंस कंपनियों पर जो कमीशन (Commission) लिमिट रखी गई थी, वह पहले जैसी ही रहेगी. बीमा नियामक के इस फैसले से एक तो इंश्योरेंस की संख्या में बढ़ोतरी होगी, वहीं ग्राहकों को भी इससे फायदा होगा. आइए समझते हैं कैसे होगा ये सब मुमकिन.
पहले जानिए क्या है नया नियम
अभी तक इंश्योरेंस एजेंट्स को या बिचौलियों को दिया जाने वाला कमीशन या यूं कहें कि इनकी तरफ से लिया जाने वाला कमीशन एक तय सीमा से अधिक नहीं हो सकता था. अब इस लिमिट को हटा दिया गया है. अब कोई इंश्योरेंस कंपनी किसी एजेंट को उतना कमीशन दे सकती है, जितना नियामक ने इंश्योरेंस कंपनी के लिए तय किया है. बता दें कि दोनों के लिए कमीशन की लिमिट अलग-अलग थी. यह नया नियम 1 अप्रैल से लागू होगा. जीवन बीमा और सामान्य बीमा दोनों ही तरह के इंश्योरेंस के लिए यह नया नियम है.
अभी क्या है कमीशन की लिमिट?
मौजूदा वक्त में जनरल इंश्योरेंस बिजनेस में कमीशन की लिमिट कंपनियों के लिए 30 फीसदी है. वहीं हेल्थ इंश्योरेंस में ये लिमिट अभी करीब 35 फीसदी है. इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से अभी एजेंट्स या बिचौलियों या एग्रिगेटर्स को प्रीमियम का 15 फीसदी तक कमीशन के तौर पर दिया जाता है. तो अब 15 फीसदी की लिमिट हटा दी गई है, लेकिन 30-35 फीसदी वाली लिमिट जारी रहेगी.
एजेंट की कमीशन लिमिट हटाने का क्या होगा फायदा?
कमीशन लिमिट हटाए जाने की वजह से अब इंश्योरेंस कंपनियां एजेंट्स को या बिचौलियों को पहले से अधिक कमीशन ऑफर कर सकेंगी, जिसकी वजह से एजेंट ज्यादा अच्छे से ग्राहकों को प्लान समझाकर उन्हें प्लान बेचने की कोशिश करेंगे. इससे इंश्योरेंस की पहुंचा ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी.
ग्राहकों को फायदा होगा या नुकसान?
कमीशन की लिमिट हटाए जाने या उसके बढ़ने की बात से पहला सवाल मन में यही आता है कि अब प्रीमियम बढ़ जाएगा. यहां आपको बता दें कि इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से दिए जाने वाले कमीशन की लिमिट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यानी इंश्योरेंस का प्रीमियम नहीं बढ़ेगा, बल्कि कंपनियां सिर्फ एजेंट को दिए जाने वाले कमीशन को बढ़ा सकती हैं. इस तरह ये नया नियम ग्राहकों के लिए फायदे वाला ही साबित होगा. हालांकि, ग्राहकों से ज्यादा फायदा एजेंट्स और बाकी बिचौलियों का होगा, क्योंकि उन्हें कमीशन अधिक मिलेगा.