विटामिन्स के बारे में ये रोचक बातें जानते हैं आप ?
विटामिन शरीर के लिए उतना ही जरूरी है, जितना पेड़ के लिए मिट्टी और मछली के लिए पानी.
विटामिन की कमी शरीर में गंभीर बीमारियों को जन्म देती है. हम सब बचपन से ये सुनते बड़े होते हैं कि ये खाओ, वो खाओ क्योंकि उसमें विटामिन होता है. लेकिन हमें ये नहीं पता कि आखिर ये विटामिन होता क्या है और ये शरीर के लिए क्यों इतना जरूरी है.
आइए आज आपको बताते हैं विटामिनों के बारे में कुछ मजेदार बातें.
1- पता है ये शब्द विटामिन आया कहां से ? 1920 में पोलैंड में एक बायोकेमिस्ट थे. उनका नाम था कैसिमिर फंक. उन्होंने शरीर में पाए जाने वाले इन अनिवार्य तत्वों को एक नाम दिया वाइटल एमाइंस (Vital Amines). केमिस्ट्री में Amines एक ऑर्गेनिक कंपाउंड का नाम है, जो अमोनिया से बनता है. बाद में उन्होंने इन दोनों शब्दों को मिलाकर एक नया शब्द बनाया – Vitamines. बाद में उसकी स्पेलिंग में से E अक्षर हटा दिया गया और बन गया Vitamine.
2- विटामिन्स की खोज 28 साल लंबी चली है. सारे विटामिन एक ही साथ नहीं खोज लिए गए थे. पहला विटामिन था ‘विटामिन ए’, जिसकी खोज 1913 में हुई थी और आखिरी विटामिन था ‘फोलिक एसिड’, जिसका पता 1941 में चला था.
3- विटामिन डी-3 सप्लीमेंट तो आप खाते ही होंगे. पता है, वो सप्लीमेंट किस चीज से बनता है. यह बनता है लेनोलिन से. और यह लेनोलिन कहां पाया जाता है? यह पाया जाता है भेड़ के ऊन में. है न मजेदार बात.
4- ज्यादातर विटामिन धूप, रौशनी और हवा के संपर्क में आने से खराब हो जाते हैं. इसलिए हमेशा ध्यान रहे कि विटामिन को धूप और रौशनी से बचाकर किसी ठंडी, छाया वाली जगह पर रखें.
5- पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों के शरीर में आयरन और विटामिन डी की कमी पाई जाती है. आयरन की कमी से एनीमिया और विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.
6- इंसान का शरीर विटामिन सी और विटामिन बी को लंबे समय के लिए स्टोर नहीं कर सकता. यह वॉटर सॉन्यूबल विटामिन होते हैं यानि पानी में घुलने वाले विटामिन. यह यूरीन के साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं. इसलिए हमें रोज विटामिन सी का सेवन करना चाहिए.
7- अगर आपकी हड्डी टूट जाए या कहीं चोट लग जाए तो पता है कौन सा विटामिन सबसे पहले एक्शन में आता है- विटामिन सी.
8- पता है वो कौन सा विटामिन है, जो खूब चटख पीले रंग का होता है. उसका नाम है विटामिन बी-2, जिसे रिबोफ्लेविन भी कहते हैं. यह विटामिन इतना चटख पीला होता है कि कई बार फूड कलरिंग के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.
9- विटामिन बी-1 का एक और नाम भी है- थिआमिन. इसलिए अगली बार अगर किसी पैकेट पर थिआमिन लिखा मिले तो समझ जाइएगा कि इसमें ढेर सारा विटामिन बी-1 है.
10- अगर आप सिर्फ 20 मिनट सूरज की रौशनी में बैठें तो आपका शरीर 10,000 IU विटामिन डी बना लेता है. इतना कि जितनी आपके शरीर को जरूरत है. लेकिन इसके लिए पूरे शरीर का सीधे सूरज की रौशनी के संपर्क में आना जरूरी है यानि सन बाथ लेना जरूरी. स्वेटर, टोपा, मोजा और पूरे कपड़े पहनकर धूप में बैठने का कोई फायदा नहीं.
11- पता है हरी पत्तेदार सब्जियों में सबसे ज्यादा विटामिन के क्यों होता है क्योंकि यह एकमात्र ऐसा विटामिन है, जो फोटोसिंथेसिस से बनता है और फोटोसिंथेसिस तो हरे पत्तों में ही होता है.
12- बेचारे विटामिन सी की जिंदगी बड़ी छोटी सी होती है. सिर्फ 30 मिनट. एक बार आपने विटामिन सी का सेवन किया तो यह आपके ब्लड में तकरीबन 30 मिनट तक रहता है. लेकिन ये है बड़ा कारगर. 30 मिनट में ही अपने जरूरी काम निपटाकर निकल लेता है.
13- विटामिन एफ का नाम तो सुना ही होगा. यह विटामिन दरअसल कुछ और नहीं, बल्कि ओमेगा-3 और ओमेगा-6 का ही दूसरा नाम है.
14- जिसे हम विटामिन-ई कहते हैं, वो दरअसल कोई एक विटामिन का नाम नहीं है. वो 8 अलग-अलग तरह के ऐसे विटामिनों का समूह है, जो फैट सॉल्यूबल होते हैं यानि फैट में घुलने की क्षमता रखते हैं. इतना ही नहीं, ये एंटी-ऑक्सीडेंट भी होते हैं यानि शरीर को ऑक्सीजन से होने वाले डैमेज से बचाते हैं.
15- पता है, एक पोलर बिअर के लिवर में इतना विटामिन ए होता है कि एक लिवर का बीयर एक इंसान की जिंदगी भर की विटामिन ए की जरूरत को पूरा करने के लिए काफी है. लेकिन एक बार में खा नहीं सकते न.
16- यह बहुत बड़ा मिथ है कि विटामिन जितना ज्यादा, शरीर के लिए उतना ही अच्छा. कोई भी चीज एक सीमा से ज्यादा नुकसानदायक ही होती है. ये सारे विटामिन, जो शरीर के लिए इतने जरूरी और अनिवार्य हैं, अगर इनका जरूरत से ज्यादा सेवन किया जाए तो यह शरीर को नुकसान भी पहुंचाते हैं.
17- एक विटामिन की कमी दूसरे विटामिन के काम में बाधा पहुंचा सकती है क्योंकि ये विटामिन एक-दूसरे के साथ मिलकर संयुक्त रूप से काम करते हैं. फर्ज करिए, यदि आपके शरीर में पोटैशियम की कमी है तो विटामिन बी और कैल्शियम शरीर में पर्याप्त मात्रा में होने पर भी अपना काम नहीं कर पाएंगे.
18- इसी तरह विटामिन डी और विटामिन के साथ-साथ काम करते हैं. एक की कमी दूसरे की फंक्शनिंग में बाधा पहुंचा सकती है.
Edited by Manisha Pandey