लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों ने न्यू बिजनेस प्रीमियम में दर्ज की 22% की सालाना वृद्धि
लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री ने व्यक्तिगत सिंगल प्रीमियम में वर्ष दर वर्ष आधार पर 8.35% की वृद्धि दर्ज करते हुए अगस्त 24 में 4,302.58 करोड़ रुपये जमा किए हैं, जबकि इस वर्ष अभी तक की अवधि में 15.54% बढ़त दर्ज की है.
लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल ने अगस्त 2024 माह के लिए इंडस्ट्री के ताज़ा बिजनेस आंकड़े जारी किए हैं. इन आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2024 में भारतीय लाइफ इंश्योरंस कंपनियों द्वारा अंडरराइट किए गए न्यू बिजनेस प्रीमियम (NBPs) में 21.86% की वर्ष दर वर्ष मज़बूत वृद्धि हासिल हुई है. इसके साथ ही, इस वर्ष अभी तक के आंकड़ों में पिछले वर्ष इसी अवधि के तुलना में 20.78% की वृद्धि दर्ज की गई है.
अगस्त 2023 में न्यू बिजनेस प्रीमियम ₹26788.55 करोड़ थे, जो अगस्त 2024 में बढ़कर ₹32644.09 करोड़ हो गए हैं. जबकि इस वर्ष अभी तक की अवधि में प्रीमियम कलेक्शन ₹127660.52 करोड़ से बढ़ कर ₹154193.76 करोड़ हो गए हैं. व्यक्तिगत एवं कॉर्पोरेट उपभोक्ताओं, दोनों में बेहतर इंश्योरेंस सुरक्षा की मज़बूत मांग के बावजूद अगस्त 2024 में नई जारी की गई पॉलिसियों की संख्या में 1.44% की गिरावट आई है, जिसके परिणाम स्वरूप पिछले वर्ष की इस अवधि में बेची गई 2428895 पॉलिसियों की तुलना में अगस्त 24 में 23,94,007 नई पॉलिसियां जारी की गई.
लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री ने व्यक्तिगत सिंगल प्रीमियम में वर्ष दर वर्ष आधार पर 8.35% की वृद्धि दर्ज करते हुए अगस्त 24 में ₹4,302.58 करोड़ जमा किए हैं, जबकि इस वर्ष अभी तक की अवधि में 15.54% बढ़त दर्ज की है. व्यक्तिगत नॉन-सिंगल प्रीमियम ₹9160.08 करोड़ रहे और अगस्त 24 में 10.38% की वृद्धि हुई है, जबकि इस वर्ष अभी तक की अवधि में, पिछले वर्ष इसी अवधि से 17.25% अधिक कलेक्शन हुए हैं. इस बेहतरीन प्रदर्शन का श्रेय लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा पहली बार लाइफ इंश्योरेंस खरीदने वाले लोगों को प्रोत्साहित करने पर निरंतर ध्यान दिए जाने की कोशिश को जाता है, जिसमें उन्हें अपने परिवारों की सुरक्षा के लिए अनिवार्य लाइफ इंश्योरेंस समाधान खरीदने के लिए जागरूक किया गया.
इस कोशिश से अगस्त 2024 में कुल व्यक्ति प्रीमियम कलेक्शन में 9.73% वृद्धि हासिल हुई और इस वर्ष अभी तक की अवधि में यह वृद्धि 16.69% रही है. वहीं, ग्रुप पॉलिसी सेगमेंट में, सिंगल प्रीमियम 37% बढ़े हैं, जिसमें ₹17,894.61 करोड़ का मासिक कलेक्शन प्राप्त हुआ. इसके विपरीत, अगस्त 24 में नॉन-सिंगल प्रीमियम 85.43% घटे हैं, जिसका असर ग्रुप पॉलिसी कैटेगरी के लिए इस वर्ष अभी तक के प्रीमियम कलेक्शन पर देखने मिला, जिसमें 32.11% की कमी देखी गई. वहीं, ग्रुप पॉलिसी श्रेणी में अगस्त 24 के दौरान नई पॉलिसियों की संख्या में वर्ष दर वर्ष आधार पर 4.87% की वृद्धि हुई.
भारत की लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री द्वारा कई बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. इसके तहत, देश के उन क्षेत्रों एवं वर्गों तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं, जो अपनी इंश्योरेंस ज़रूरतों के लिए इंश्योरेंस समाधानों से वंचित रह जाते हैं. इस दिशा में लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों ने सिर्फ अगस्त 24 में ही 1,08,147 व्यक्तिगत लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स अपने साथ जोड़े हैं, और इनकी कुल संख्या में वित्त वर्ष 24-25 की शुरुआत में कुल एजेंटों की संख्या के मुकाबले 3.74% बढ़ोत्तरी हुई है. यह वृद्धि इस इंडस्ट्री में निरंतर हो रहे ऑर्गेनिक विस्तार का प्रमाण है.
इसके साथ ही, लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा तेज़ी से प्रक्रियाओं का डिजिटाइजेशन भी किया जा रहा है, जिसकी मदद से लगातार नए एजेंट्स की नियुक्ति की जा रही है. इस कदम से अधिक से अधिक लोगों तक इंश्योरेंस समाधान पहुंचाने में अधिक मदद मिलेगी और इससे वित्त वर्ष 25 और इसके बाद भी न्यू बिजनेस प्रीमियम में बड़ी वृद्धि होने की संभावना है.