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हुरुन रिपोर्ट 2022: Reliance सबसे मूल्यवान प्राइवेट कंपनी, बाकी कंपनियों का क्या?

बरगंडी प्राइवेट, एक्सिस बैंक के प्राइवेट बैंकिंग बिजनेस और हुरुन इंडिया द्वारा तैयार की गई सूची छह महीने की अवधि (30 अक्टूबर 2022 से 30 अप्रैल 2023 तक) के दौरान शीर्ष 500 भारतीय कंपनियों के मूल्य में बदलाव को ट्रैक करती है, जैसा कि रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है.

मंगलवार को जारी हुई हुरुन इंडिया की 2022 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 सूची ने उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को शीर्ष पर रखा है, जो इसे भारत की सबसे मूल्यवान निजी कंपनी के रूप में चिह्नित करती है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और एचडीएफसी बैंक ने सूची में दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है.

अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को 16.4 लाख करोड़ रुपये के बाजार मूल्य के साथ हुरुन इंडिया 500 की सूची में सबसे ऊपर रखा जगह मिली है. 11.8 लाख करोड़ रुपये के बाजार मूल्य के साथ टीसीएस दूसरे स्थान पर रही और इसके बाद एचडीएफसी बैंक की बारी आती है, जो 9.4 लाख करोड़ रुपये के बाजार मूल्य के साथ तीसरे स्थान पर रहा.

बरगंडी प्राइवेट, एक्सिस बैंक के प्राइवेट बैंकिंग बिजनेस और हुरुन इंडिया द्वारा तैयार की गई सूची छह महीने की अवधि (30 अक्टूबर 2022 से 30 अप्रैल 2023 तक) के दौरान शीर्ष 500 भारतीय कंपनियों के मूल्य में बदलाव को ट्रैक करती है, जैसा कि रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है.

यह भारत में 500 सबसे मूल्यवान निजी कंपनियों की सूची है, जिन्हें सूचीबद्ध कंपनियों के लिए बाजार पूंजीकरण और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के मूल्यांकन के रूप में उनके मूल्य के अनुसार क्रमबद्ध किया गया है.

हुरुन रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि भारत में 500 सबसे मूल्यवान कंपनियों के कुल मूल्य में 6.4% की मामूली कमी आई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनियों ने सेंसेक्स और अन्य वैश्विक सूचकांकों की तुलना में कमजोर प्रदर्शन किया.

हुरुन रिपोर्ट में आगे उल्लेख किया गया है कि शीर्ष दस कंपनियों का कुल मूल्य ₹71.5 लाख करोड़ पर अपरिवर्तित रहा, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 37 प्रतिशत और 2022 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 के कुल मूल्य के 31 प्रतिशत के बराबर है.

रिपोर्ट के अनुसार, सबसे अधिक लाभ पाने वाले एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन थे.

रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले छह महीनों में रिलायंस का मूल्य 5.1 प्रतिशत या 87,731 करोड़ रुपये कम हुआ है. जबकि टीसीएस की कुल वैल्यू में 0.7 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी हुई और एचडीएफसी बैंक की वैल्यू में 12.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.

वहीं, उद्योगपति गौतम अडानी के अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर देखने को मिला. हुरुन की रिपोर्ट के अनुसार, अडानी ग्रुप का मूल्य 52 प्रतिशत या ₹10,25,955 करोड़ कम हो गया.

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