तेजी से बढ़ रही है इस हेल्दी चीज की मांग, कम पैसों में शुरू कर सकते हैं तगड़े मुनाफे वाला ये बिजनेस
अगर आप बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो टोफू का बिजनेस कर सकते हैं. इससे आप लोगों की हेल्थ अच्छी रखते हुए मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. मरीजों के लिए फायदेमंद होने की वजह से इसकी खूब डिमांड रहती है.
कोरोना महामारी के बाद से ही देश भर के लोग स्वास्थ्य को लेकर काफी सचेत हो गए हैं. ऐसे में अगर स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर आप कोई बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो टोफू (Tofu) यानी सोया पनीर (Soya Paneer) का बिजनेस कर सकते हैं. इस बिजनेस को आप कम लागत में ही शुरू कर सकते हैं और मोटी कमाई कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे शुरू करें टोफू का बिजनेस (How to start Soya Paneer Business) और लोगों की सेहत बनाकर कमाएं मुनाफा.
कैसे शुरू करें टोफू का बिजनेस?
टोफू का बिजनेस करने के लिए आपको सबसे पहले जरूरत होगी सोया की, जिससे टोफू बनाया जाता है. यही वजह है कि इसे सोया पनीर भी कहा जाता है. अगर आप टोफू का बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो आपको इसकी प्रक्रिया को समझना होगा. साथ ही आपको किसी जानकार व्यक्ति यानी एक्सपर्ट के साथ मिलकर अपनी रिसर्च भी करनी होगी, ताकि टोफू को सही से बना सकें.
कैसे बनता है टोफू?
टोफू बनाने में पहले सोयाबीन को पीसकर 1:7 के अनुपात में पानी के साथ मिलाकर उबाला जाता है. बॉयलर और ग्राइंडर में करीब घंटे भर पूरे होने के बाद उसे 4-5 लीटर दूध मिलाकर उबाला जाता है. इसके बाद दूध को सेपरेटर में डालते हैं, जहां दूध दही जैसा बन जाता है. अगला कदम ये होता है कि उससे बचा हुआ पानी निकाला जाता है. करीब 1 घंटे बाद आपको टोफू मिल जाता है.
कितनी लागत, कितना मुनाफा?
टोफू का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको करीब 3-4 लाख रुपये के निवेश की जरूरत होगी. इस बिजनेस के लिए आपको बॉयलर, जार, सेपरेटर, छोटा फ्रीजर जैसे सामान की जरूरत होगी. सिर्फ इन्हीं चीजों में आपका लगभग 2 लाख करोड़ रुपये खर्च हो जाएगा. वहीं टोफू बनाने के लिए 1 लाख रुपये तक सोयाबीन खरीदने में भी खर्च हो जाएगा. अगर आप थोड़ा समझ के साथ बिजनेस करेंगे तो जल्द ही अपना खुद का ब्रांड भी बना सकते हैं. इस बिजनेस से आप सिर्फ हजारों में नहीं, बल्कि लाखों में कमा सकते हैं. अगर आप रोज 30-35 किलो टोफू बनाते हैं तो आप हर महीने 1 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं.
खूब है डिमांड, बाय प्रोडक्ट भी बिकता है
जब से लोग स्वास्थ्य को लेकर सचेत हुए हैं, तब से सोया दूध और सोया पनीर की मांग काफी बढ़ गई है. यह गाय-भैंस के दूध जैसा नहीं होता है, लेकिन कम फैट वाला होता है और सेहत के लिए अच्छा माना जाता है. दिल के मरीजों के लिए तो यह बहुत ही अच्छा होता है. डायबिटीज के मरीज भी इसे खूब चाव से खाते हैं. टोफू बनाने में बाय प्रोडक्ट के रूप में खली बचती है, जिससे भी कई प्रोडक्ट तैयार होते हैं. इस खली का इस्तेमाल बिस्कुट बनाने में भी किया जाता है. इसके बाद जो प्रोडक्ट बनता है, जिसे बरी या बड़ी कहते हैं, जिसे प्रोटीन का बहुत अच्छा सोर्स माना जाता है और लोग सब्जी बनाने में इसका इस्तेमाल करते हैं.