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कैसे गेमिंग की दुनिया में अपनी खास पहचान बना रहा है सोशल गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म Tamasha

साल 2020 में शुरु हुए Tamasha ने, तब रियल-मनी गेमिंग कॉन्टेस्ट के साथ खूब सुर्खियां बटोरी. लेकिन, 2023 में बढ़ते टैक्स और विनियमों के चलते फाउंडर्स को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ा. अब Tamasha क्रिएटर्स के लिए सोशल गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म के रूप में अपनी पहचान बना रहा है.

हाइलाइट्स

Tamasha की शुरुआत दो दोस्तों — सिद्धार्थ स्वर्णकार और सौरभ गुप्ता — ने 2020 में की थी

शुरुआत में Tamasha ने रियल-मनी गेमिंग कॉन्टेस्ट के साथ खूब सुर्खियां बटोरी थी

अब Tamasha क्रिएटर्स के लिए सोशल गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म के रूप में अपनी पहचान बना रहा है

सोशल गेम आम जनता और उन उपयोगकर्ताओं के लिए बनाए गए वीडियो गेम हैं जिन्हें गेम खेलने का ज्यादा चाव नहीं हैं, वे बस शौकिया तौर पर खेलते हैं. इन खेलों के लिए एडवांस्ड गेमिंग नॉलेज की आवश्यकता नहीं होती है और इन्हें सीखना आसान है.

दुनिया भर में सोशल गेमिंग मार्केट का साइज 2023 में 13.78 अरब डॉलर था और इसके 2024 में 15.46 अरब डॉलर का आंकड़ा छूने के आसार हैं. साल 2032 तक इसके 39.95 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. यह 2024 से लेकर 2032 तक 5.38% की CAGR (compound annual growth rate) से बढ़ रहा है. 2023 में सोशल गेमिंग मार्केट में हिस्सेदारी के मामले में एशिया प्रशांत का दबदबा रहा है. ये आंकड़े Business Research Insights से जुटाए गए हैं.

गिर्द (मध्य प्रदेश) और मुंबई स्थित स्टार्टअप Tamasha (तमाशा) भारत के सोशल गेमिंग मार्केट में अपनी खास पहचान बनाने में लगा है. दो दोस्तों — सिद्धार्थ स्वर्णकार (Siddharth Swarnkar) और सौरभ गुप्ता (Saurabh Gupta) — ने मिलकर इसकी शुरुआत की थी. दोनों ने आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है. सिद्धार्थ के पास प्रोडक्ट डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी में तगड़ा अनुभव है. उन्होंने पेटीएम में बतौर प्रोडक्ट मैनेजर काम भी किया है. जबकि सौरभ मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस में विविध अनुभव लेकर आए हैं और उन्होंने अलग-अलग मीडिया कंपनियों में सीनियर मैनेजमेंट भूमिकाओं में काम किया है.

हाल ही में Tamasha के को-फाउंडर्स ने YourStory से बात करते हुए इसकी शुरुआत, बिजनेस और रेवेन्यू मॉडल, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.

साल 2020 में शुरु हुए Tamasha ने, तब रियल-मनी गेमिंग कॉन्टेस्ट के साथ खूब सुर्खियां बटोरी. लेकिन, 2023 में बढ़ते टैक्स और विनियमों के चलते फाउंडर्स को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ा. अब Tamasha क्रिएटर्स के लिए सोशल गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म के रूप में अपनी पहचान बना रहा है. यह एक डिजिटल क्लबहाउस की तरह है, जहां गेमर्स कनेक्ट हो सकते हैं, खेल सकते हैं और मज़े कर सकते हैं. प्लेटफ़ॉर्म के अनूठे ऑडियो-बेस्ड गेमिंग क्लब हिट हो गए हैं, जो मजबूत समुदायों को बढ़ावा देते हैं और माइक्रो-क्रिएटर्स को आगे बढ़ने और वफादार प्रशंसक आधार बनाने के लिए एक प्लेटफ़ॉर्म देते हैं.

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Tamasha का बिजनेस मॉडल क्या है और आपने इस खास मॉडल को क्यों चुना? इस सवाल के जवाब में को-फाउंडर सिद्धार्थ [स्वर्णकार] कहते हैं, “हमारा बिजनेस मॉडल एक सोशल गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म बनाने पर केंद्रित है जो ऑडियो-बेस्ड कम्यूनिटी को बढ़ावा देता है. उपयोगकर्ता दोस्त बनाते हुए शानदार गेम खेल सकते हैं. हमने कम्यूनिटी इंटरैक्शन को बढ़ाने और वर्चुअल गिफ्टिंग और इन-ऐप शॉपिंग के जरिए क्रिएटर्स को मुद्रीकरण (monetization) के अवसर देने के लिए इस मॉडल को चुना.”

हालांकि, को-फाउंडर्स ने Tamasha की शुरुआत के लिए व्यक्तिगत रूप से निवेश की गई राशि का खुलासा नहीं किया. फंडिंग जुटाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया, “हमने सीड और प्री-सीरीज़-ए फंडिंग राउंड में Chiratae, IncubateFund, 100Unicorns और Titan Capital समेत कुछ प्रमुख वीसी (वेंचर कैपिटलिस्ट) से कुल 3.3 मिलियन डॉलर जुटाए हैं.”

Tamasha के रेवेन्यू मॉडल में वर्चुअल गिफ्टिंग शामिल है, जहां उपयोगकर्ता क्रिएटर्स को टिप दे सकते हैं. उपयोगकर्ता क्रिएटर्स का समर्थन करने और अपने गेमिंग अनुभव को बढ़ाने के लिए वर्चुअल आइटम और गिफ्ट खरीद सकते हैं.

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Tamasha की टीम

इस बिजनेस को खड़ा करने में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इस सवाले के जवाब में Tamasha के को-फाउंडर सौरभ [गुप्ता] कहते हैं, “पिछले साल गेमिंग पर टैक्स में बड़े बदलावों के कारण तमाशा के लिए कठिन चुनौतियाँ आईं. हमने अपनी रणनीति को बदलकर इन बाधाओं को सफलतापूर्वक पार किया और अब तगड़ी ग्रोथ देख रहे हैं.”

अंत में, Tamasha को लेकर अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा करते हुए, दोनों को-फाउंडर कहते हैं, “वर्तमान में हमारे प्लेटफ़ॉर्म पर 70 लाख (7 मिलियन) उपयोगकर्ता हैं. हमारा लक्ष्य आने वाले कुछ महीनों में अपने उपयोगकर्ता आधार को 50 मिलियन तक बढ़ाना है, जिससे समुदाय की सहभागिता और उपयोगकर्ता अनुभव में वृद्धि होगी. हम अपने उपयोगकर्ताओं को एक मज़ेदार, आकर्षक और समावेशी गेमिंग अनुभव देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारा मानना ​​है कि तमाशा में एक अग्रणी सोशल गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म बनने की क्षमता है.”

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