Gurucool: आदिल ने पढ़ाई छोड़ किया स्टार्टअप, 25 लाख का कर्जा लिया... अब कमाई 2.5 करोड़ रुपये
Gurucool एक एजुकेशनल नेटवर्किंग प्लेटफ़ॉर्म है जो शिक्षार्थियों और शिक्षकों को जोड़ने के लिए AI-बेस्ड टूल मुहैया करता है. एडटेक स्टार्टअप की स्थापना 2021 में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों — आदिल मेराज और खानसा फहद ने की थी.
हाइलाइट्स
एडटेक स्टार्टअप Gurucool लर्निंग टूल्स के साथ सोशल मीडिया का काम करता है
Gurucool सब्सक्रिप्शन, एंटरप्राइज़ ऑफ़रिंग के साथ-साथ विज्ञापनों के ज़रिए रेवेन्यू हासिल करता है
Gurucool ने अपने प्री-सीड फंडिंग राउंड में लगभग 2.5 करोड़ रुपये जुटाए थे
Gurucool को बिहार स्टार्ट-अप समिट में शीर्ष पांच स्टार्ट-अप में जगह मिली है
भारत के विकास और प्रगति में शिक्षा हमेशा एक प्रमुख क्षेत्र रहा है. सितंबर 2024 में, प्रकाशित Statista की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के एडटेक सेक्टर की मार्केट वैल्यू 2025 तक दस अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है.
देश में एडटेक स्टार्टअप्स के उदय के साथ, आंत्रप्रेन्योर्स ने इस सेगमेंट में कई कमियां पाई हैं और आधुनिक बिजनेस मॉडल के साथ नए जमाने की शिक्षा का बीड़ा उठाया है. एडटेक स्टार्टअप Gurucool भी उन स्टार्टअप्स की लिस्ट में शुमार है जो बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन दिलाकर उनका भविष्य संवारने में लगे हुए हैं.
Gurucool की स्थापना 2021 में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों — आदिल मेराज (Adil Meraj) और खानसा फहद (Khansa Fahad) ने की थी. नई दिल्ली स्थित एडटेक स्टार्टअप 25 से ज़्यादा डिजिटल टूल, शैक्षिक संसाधनों की बढ़ती लाइब्रेरी और एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म देता है, जहां छात्र और शिक्षक बेहतर अवसरों का पता लगाने के लिए जुड़ सकते हैं. स्टार्टअप का उद्देश्य ऐसा व्यक्तिगत शिक्षण अनुभव देना है जो सभी के लिए आकर्षक, समावेशी और प्रभावी हों. एडटेक प्लेटफ़ॉर्म स्कूलों और विश्वविद्यालयों के छात्रों और उन सभी के लिए है जो नए कौशल सीखना चाहते हैं या ज्ञान बढ़ाना चाहते हैं.
Gurucool के अभियान — #Mission10000 और Biharathon — सबसे पिछड़े समुदायों तक छात्रवृत्ति, डिजिटल संसाधन और 24x7 डिजिटल स्कूल लाकर लोगों के जीवन को बदल रहे हैं. Gurucool को बिहार स्टार्ट-अप समिट में शीर्ष पांच स्टार्ट-अप में जगह मिली है.
हाल ही में Gurucool के को-फाउंडर और सीईओ आदिल मेराज ने YourStory के साथ बात करते हुए इसकी शुरुआत, बिजनेस मॉडल, रेवेन्यू, फंडिंग, USP, और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.
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शुरुआत
आदिल [मेराज] बताते हैं, “मैं बिहार के 'चांदपाली' नामक एक छोटे से गांव से आता हूं. कक्षा 5 में, मुझे बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने के लिए दिल्ली भेजा गया था. मैं आत्मविश्वास से लबरेज था, लेकिन पढ़ाई में मैं अव्वल रहा. मैं मानविकी (Humanities) चुनना चाहता था और कानून की पढ़ाई करना चाहता था. हालाँकि, मुझे ज़्यादा विकल्प नहीं दिए गए और मैंने विज्ञान को चुना. मैंने हमदर्द पब्लिक स्कूल से कक्षा 12 की पढ़ाई की. मैं JEE की तैयारी के लिए कोटा गया. परीक्षा के दिन, मैंने परीक्षा न देने का फ़ैसला किया. IPU में BTech में दाखिला लिया. लेकिन छोड़ दिया. फिर Gurucool की शुरुआत की. जामिया मिलिया इस्लामिया में मनोविज्ञान (Psychology) की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया. उसे भी बीच में ही छोड़ दिया.”
आदिल आगे बताते हैं, “ब्रुकिंग इंस्टीट्यूट का अनुमान है कि भारत जैसे विकासशील देशों के युवाओं को आज की गति से विकसित देशों के युवाओं के समान सीखने के अवसर और परिणाम प्राप्त करने में 100 साल लगेंगे. Gurucool जिस समस्या को हल करना चाहता है, वह है यह महत्वपूर्ण 'शैक्षणिक असमानताएँ' जो दुर्गमता, खराब गुणवत्ता और अवैयक्तिकता (impersonality) की विशेषता है. Gurucool इस 'शैक्षणिक असमानता' के लिए एक बढ़िया समाधान तैयार कर रहा है — एक एजुकेशनल नेटवर्क. हमने सीखने के साधनों के साथ सोशल मीडिया बनाया है, जो गेमीफाइड और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI)-संचालित भी हैं.”
Gurucool एक एजुकेशनल नेटवर्किंग प्लेटफ़ॉर्म है जो शिक्षार्थियों और शिक्षकों को जोड़ने के लिए AI-बेस्ड टूल मुहैया करता है. हम इसे इस तरह समझ सकते हैं - लर्निंग टूल्स के साथ सोशल मीडिया. 25 से ज़्यादा टूल और बड़े कंटेंट पूल के साथ, Gurucool स्कूलों, पंचायतों और कॉलेजों को ऑनलाइन जाने और अपना डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में सक्षम बनाता है, जिससे शिक्षार्थी उन्हें ढूँढ़ सकें, उनसे जुड़ सकें और उनसे सीख सकें.
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फंडिंग और रेवेन्यू
आदिल बताते हैं, “जब मैंने Gurucool की शुरुआत की थी, तब मैं स्टूडेंट था, और मैंने दोस्तों और परिवार से पैसे उधार लिए थे. एक समय पर, मैं महामारी (कोविड-19) के दौरान Gurucool को बचाने की कोशिश में 25 लाख के कर्ज में था. तो हां, मैंने Gurucool में काफी निवेश किया है, लगभग 50 लाख रुपये.”
2021 में, Gurucool ने भारतीय-अमेरिकी एंजेल इन्वेस्टर परवेज जसानी और FreeFlow Venture Builders के अकीब हुसैन से प्री-सीड फंडिंग राउंड में लगभग 2.5 करोड़ रुपये ($150,000) हासिल किए. और सेमी-ऑटोनॉमस Gurucool लर्निंग सेंटर के लिए लगभग 2 करोड़ जुटाए हैं.
एडटेक स्टार्टअप सब्सक्रिप्शन, एंटरप्राइज़ ऑफ़रिंग के साथ-साथ विज्ञापनों के ज़रिए रेवेन्यू हासिल करता है. रेवेन्यू के आंकड़ों का खुलासा करते हुए, आदिल बताते हैं, “हमारा वर्तमान ARR (Annualised Revenue Run rate) 2.5 करोड़ है. हमें इस साल 4 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है.”
चुनौतियां
इस बिजनेस को खड़ा करने में किन चुनौतियोंं का सामना करना पड़ा? इस सवाल के जवाब में को-फाउंडर और सीईओ आदिल मेराज कहते हैं, “Gurucool का सफ़र कई तरह की चुनौतियों से भरा रहा है. सीमित संसाधनों के साथ शुरुआती चरण के स्टार्टअप के रूप में, हमें बेहतरीन टीम बनाने, अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी पर काम करने और एक सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल तैयार करने के साथ-साथ अस्तित्व को सावधानीपूर्वक संतुलित करना पड़ा - यह सब एक भयंकर प्रतिस्पर्धी माहौल में.”
आदिल आगे कहते हैं, “एडटेक में भरोसा ऐतिहासिक रूप से कम हो रहा है, जिससे लोगों को एजुकेशन के लिए हमारा प्लेटफ़ॉर्म अपनाने के लिए राजी करना और भी मुश्किल हो गया है. शुरुआत में, किसी नई चीज़ के लिए स्वीकृति प्राप्त करना अक्सर प्रतिरोध का सामना करता है. Gurucool के मॉडल के दीर्घकालिक लाभों के बारे में समुदायों को समझाने के लिए दृढ़ता और धैर्य की आवश्यकता है. इसके अलावा, जब आप एक ऐसा मॉडल बनाने का लक्ष्य रखते हैं जो सभी के लिए समान और सुलभ हो, खासकर एजुकेशन सेक्टर में, तो रेवेन्यू मॉडल की स्थिरता अक्सर जांच के दायरे में आती है. लोग अक्सर सवाल करते हैं कि क्या लाभप्रदता के साथ सुलभता को मिलाना संभव है, लेकिन हमारा मानना है कि यह संभव है - और हम यह साबित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा वास्तव में प्रभावशाली और वित्तीय रूप से व्यवहार्य - दोनों हो सकती है.”
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Gurucool की टीम
भविष्य की योजनाएं
आदिल का दावा है कि Gurucool प्लेटफ़ॉर्म पर 4 लाख एक्टिव यूजर हैं, जिनमें से लगभग 14000 पेड (paid) या स्पॉसंर्ड हैं.
Gurucool को लेकर को-फाउंडर और सीईओ आदिल मेराज ने अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा किया, जोकि इस प्रकार हैं:
- 20,000 पंचायतों का डिजिटलीकरण: Gurucool का लक्ष्य भारत के कई राज्यों में 20,000 पंचायतों के लिए 24x7 ग्रामीण Gurucool को डिजिटल रूप से खोलना है, जिससे ग्रामीण समुदायों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच मिल सके.
- वैश्विक विस्तार: Gurucool वैश्विक मंच पर अपनी नज़रें जमा रहा है, खुद को 'विकासशील दुनिया के एड-टेक' के रूप में खड़ा कर रहा है, यह साबित करते हुए कि सुलभ, उच्च-गुणवत्ता वाली शिक्षा बाधाओं को तोड़ सकती है और दुनिया भर के समुदायों का उत्थान कर सकती है.
- 20 लाख (2 मिलियन) एक्टिव यूजर: Gurucool का लक्ष्य अपने प्लेटफ़ॉर्म पर 2 मिलियन एक्टिव यूजर हासिल करना है.
- कैंपस और शिक्षक जुड़ाव: Gurucool देश भर में 5,000 कैंपस के साथ साझेदारी करने की योजना बना रहा है, जबकि 80,000 सक्रिय शिक्षकों को शामिल करके उनका समर्थन करने का लक्ष्य है, जिससे व्यक्तिगत और प्रभावशाली सीखने के अनुभवों के इसके मिशन को आगे बढ़ाया जा सके.