गर्मियों में चलने वाली लू के दौरान डायबिटीज को मैनेज करने के लिए जरूरी सुझाव
गर्मियों में बढ़ते तापमान और लू के कारण डायबिटीज के रोगियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. चिलचिलाती गर्मी के मौसम में निकलने वाले पसीने शरीर में तरल पदार्थ और नमक की कमी हो जाती है, जिससे बहुत ज्यादा प्यास लगती है और शरीर थका हुआ लगता है.
तापमान दिनोंदिन बढ़ रहा है और गर्मियों में चलने वाली गर्म हवा या लू के थपेड़े ऐसी वास्तविकता बन गए हैं, जिसे नजरअंदाज करना बेहद मुश्किल है. भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) की रिपोर्ट के अनुसार भारत में छोटे क्षेत्र और बड़े इलाकों, दोनों जगहों में इन दिनों लोगों को बढ़ती गर्मी के साथ लू का सामना करना पड़ रहा है. बदकिस्मती से 2024 की गर्मियों में तापमान और बढ़ने की आशंका है. पिछले साल की तरह इस बार भी तापमान नए रेकॉर्ड बनाने के लिए तैयार है. यह ट्रेंड स्थानीय मुद्दा नहीं है; यह ग्लोबल पैटर्न का हिस्सा है. इसी पैटर्न के चलते साल 2023 को सबसे गर्म साल के रूप में दर्ज किया गया. इसलिए तापमान के बढ़ने के समय अपने को ठंडा और सुरक्षित रखना पहले से ज्यादा जरूरी हो गया है.
गर्मियों में बढ़ते तापमान और लू के कारण डायबिटीज के रोगियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. चिलचिलाती गर्मी के मौसम में निकलने वाले पसीने शरीर में तरल पदार्थ और नमक की कमी हो जाती है, जिससे बहुत ज्यादा प्यास लगती है और शरीर थका हुआ लगता है. गर्मी के कारण होने वाली थकान से अक्सर ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखना ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो जाता है. इसलिए इस मौसम में हमारा सतर्क रहना जरूरी है. क्योंकि गर्मियों में चलने वाली गर्म हवाओं से हमारी दिनचर्या प्रभावित हो सकती है और इससे पूरी तरह से डायबिटीज को मैनेज करने की कोशिशों पर असर पड़ सकता है.
दिल्ली में डायबिटीज और मेटाबॉलिक रिसर्च सेंटर के एमडी और डायरेक्टर डॉ. अशोक झिंगन ने कहा, “डायबिटीज को मैनेज करने के लिए एक हेल्दी रूटीन बनाए रखना बहुत जरूरी है, लेकिन गर्मी के मौसम में काफी मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं. रोजाना की आदतों में बदलाव से डायबिटीज के रोगियों में अपने शरीर के अनुकूल आहार लेने और समय पर ग्लूकोज लेवल चेक करने में चूक हो सकती है. गर्मियों में चलने वाली लू के दौरान डायबिटीज के रोगियों को पानी की कमी होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है. यह खतरा तब और बढ़ जाता है, जब उनका ग्लूकोज लेवल अनियंत्रित हो. ब्लड शुगर लेवल को प्रभावी ढंग से ठीक रखने के लिए लगातार अपने ग्लूकोज लेवल पर निगरानी रखना जरूरी है. अब कॉन्टिन्युअस ग्लूकोज़ मॉनीटरिंग (सीजीएम) डिवाइस आ गए हैं, जो स्मार्टफोन के अनुकूल हैं. इससे चलते-फिरते हुए भी अपना ब्लड ग्लूकोज का लेवल चेक किया जा सकता है. इससे डायबिटीज के मैनेजमेंट से समझौते और रोजमर्रा की दिनचर्या में बदलाव से बचा जा सकता है.”
डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए खासकर गर्मियों के मौसम में दिन के ज्यादातर हिस्से के लिए अपने ब्लड शुगर लेवल को आदर्श रेंज (70-180 एमजी/डीएल) में रखना बहुत जरूरी है. ब्लड शुगर को मापने का एक तरीका ग्लूकोज की निगरानी रखने वाले उपकरणों का लगातार प्रयोग करना हो सकता है. सीजीएम डिवाइसेज से ब्लड शुगर मापते समय उंगली में सुई चुभोने की जरूरत नहीं पड़ती. इन डिवाइसेज में टाइम इन रेंज जैसे मैट्रिक्स होते हैं. इसमें आप अक्सर रीडिंग चेक कर सकते हैं. इससे आप अपने ज्यादातर समय अपने ब्लड शुगर लेवल को आदर्श स्तर पर रख सकते हैं, जिससे आप ज्यादा असरदार तरीके से अपने ग्लूकोज को कंट्रोल कर सकते हैं.
लू से बचने और अपनी डायबिटीज को नियंत्रण में रखने के लिए ये चार साधारण उपाय किए जा सकते हैं -
1. लगातार पानी पीते रहना सबसे बढ़िया तरीका है: गर्मी के मौसम में चलने वाली लू से पानी की कमी हो जाती है. इसलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना बहुत जरूरी है. अगर आपको प्यास न भी लगे तो भी इस मौसम में भरपूर पानी पीना चाहिए. लगातार पानी पीते रहने से न केवल ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है और रक्त के प्रवाह से हानिकारक पदार्थ निकल जाते हैं. डायबिटीज से पीड़ित लोगों में, खासकर, बेहद गर्मी में पानी की कमी होने की ज्यादा संभावना रहती है. अगर आप पानी कम पीते हैं तो आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. रक्त में शर्करा की मात्रा ज्यादा होने से पेशाब ज्यादा आता है. इससे भी पानी की कमी हो जाती है. हालांकि हर व्यक्ति को कितना पानी पीना चाहिए, यह कई कारकों जैसे वजन, आयु या व्यक्ति की ओर से की जाने वाली गतिविधि पर निर्भर करता है. औसत रूप से एक व्यक्ति को दिन में कम से कम दो लीटर पानी पीना चाहिए.
2. ब्लड शुगर लेवल की नियमित निगरानी रखें: गर्मी के मौसम में लू चलने के दौरान अपने ब्लड शुगर लेवल को लगातार चेक करना बहुत जरूरी है. इसके लिए एडवांस सेंसर से युक्त लगातार ब्लड शुगर की निगरानी करने वाले फ्री स्टाइल लिबरे जैसे डिवाइस, आपके लिए हर समय, चाहे आप एक्सरसाइज कर रहे हों या सोए हुए हों, आपके ग्लूकोज लेवल को आदर्श स्तर पर रखना आसान बनाते हैं. ये डिवाइस आपके ग्लूकोज लेवल पर तेज निगाह रखते हैं. अगर आपका ब्लड शुगर लेवल बहुत ज्यादा बढ़ गया हो या बहुत ज्यादा कम हो गया है तो यह आपको सटीक और समय रहते अलर्ट करते हैं. आपको भी इसकी रीडिंग पर नजर रखनी चाहिए. और रोजाना 24 घंटे में से 17 घंटे अपने ब्लड शुगर लेवल को आदर्श स्तर पर बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए.
3. स्मार्ट तरीके से अपनी एक्सरसाइज करने की योजना बनाएं: डायबिटीज के रोगियों के लिए सक्रिय जीवनशैली अपनाना बहुत जरूरी है. सूरज की सीधी पड़ने वाली किरणों से अपनी सुरक्षा करना और पानी की कमी का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. जब मौसम बहुत ज्यादा गर्म हो तो बाहर निकलने से बचना चाहिए और कमरे के अंदर ही एक्सरसाइज या योग करना चाहिए. आप तड़के और शाम को खुली हवा में एक्सरसाइज कर सकते हैं, लेकिन गर्मी में आपको इनडोर जिम या घर में ही एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है.
4. सेहतमंद भोजन करें: गर्मियों में आइसक्रीम खाने, ठंडे शरबत या कोल्डड्रिंक पीने की इच्छा होना पूरी तरह सामान्य है. हालांकि, डायबिटीज से पीड़ित लोगों को सावधान रहना चाहिए और उन्हें संतुलित और सेहतमंद आहार का सेवन करना चाहिए, जो उनकी हालत के लिए ठीक हो. अपने खाने में हाई फाइबर वाली पत्तेदार सब्जियों, सेलरी और ब्रूसेल्स स्प्राउट को भोजन में शामिल कर ग्लूकोज लेवल को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है. अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए आप संतरे, नींबू और आंवला जैसे खट्टे फलों को अपने रोजाना के भोजन में शामिल कर सकते हैं. ये फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं.
गर्मियों का मौसम आराम करने और बेफिक्री का समय होता है. हालांकि, डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए इस मौसम का पूरी तरह आनंद लेना चुनौतीपूर्ण होता है. जीवनशैली से जुड़े इस रोग को छोटे-छोटे आसान कदम उठाकर मैनेज किया जा सकता है. इससे आप अपनी सेहत पर पूरी तरह नियंत्रण रख सकते हैं और बिंदास होकर अपनी जिंदगी जीने के अलावा गर्मियों के मौसम का भरपूर आनंद उठा सकते हैं.