ड्रोन पायलट्स को मिलेगा ताइवान का सर्टिफिकेट, ग्लोबल करियर के खुलेंगे नए दरवाजे
AVPL International और ताइवान की प्रतिष्ठित कंपनी Ahamani Advanced Inc. के बीच हुई साझेदारी. यह कदम भारतीय ड्रोन पायलट्स के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी संभावनाओं के द्वार खोलेगा.
भारतीय ड्रोन पायलट्स के लिए ये बड़ी खुशखबरी है. अब वे दुनिया के अग्रणी तकनीकी देशों में से एक, ताइवान से भी सर्टिफिकेशन हासिल कर सकेंगे. AVPL International और ताइवान की प्रतिष्ठित कंपनी Ahamani Advanced Inc. के बीच हुई साझेदारी के तहत, भारत के पायलट्स को ड्यूल सर्टिफिकेशन का लाभ मिलने जा रहा है, जोकि उन्हें न केवल भारतीय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) बल्कि ताइवान के सिविल एरोनॉटिक्स एडमिनिस्ट्रेशन (CAA) से भी प्रमाणित करेगा.
इस साझेदारी की घोषणा 2024 इंडिया-ताइवान इंडस्ट्रियल कोलैबोरेशन समिट में की गई, जो कि FICCI द्वारा आयोजित किया गया था. यह कदम भारतीय ड्रोन पायलट्स के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी संभावनाओं के द्वार खोलेगा. खासतौर पर कृषि, लॉजिस्टिक्स और शहरी प्रबंधन जैसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में ड्रोन पायलट्स के लिए बेहतर नौकरियों की संभावनाए अब और भी मजबूत हो जाएगी. CAA मानकों का पालन करने वाले देशों में मान्यता मिलने के बाद, भारतीय ड्रोन पायलट्स को दुनियाभर के जॉब मार्केट में नई पहचान मिलगी.
AVPL International की फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रीत संधू ने इस साझेदारी को 'ऐतिहासिक अवसर' बताते हुए कहा, “हमारे युवा अब वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकेंगे. ड्यूल सर्टिफिकेशन न केवल उनके करियर को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा, बल्कि भारत को ड्रोन टेक्नोलॉजी में एक विश्व स्तरीय हब बनाने में भी सहायक होगा. यह पहल हमारे युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करेगी और ड्रोन इंडस्ट्री में भारत की अग्रणी भूमिका को और भी मजबूत बनाएगी.”
सिर्फ सर्टिफिकेशन ही नहीं, बल्कि इस साझेदारी के तहत ताइवानी विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे. इन पाठ्यक्रमों में पायलट्स को ड्रोन टेक्नोलॉजी के नवीनतम कौशल से लैस किया जाएगा, जिससे वे तेजी से बदलते उद्योग की मांगों को पूरा कर सकें.
Ahamani Advanced Inc. के प्रतिनिधि ची टीसी कुंग ने कहा, “यह साझेदारी भारत-ताइवान के बीच तकनीकी सहयोग को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी. हम साथ मिलकर एक ऐसे मंच का निर्माण कर रहे हैं, जो भारतीय ड्रोन पायलट्स को नई संभावनाओं के लिए तैयार करेगा और ताइवान को तकनीकी नवाचार का केंद्र बनाएगा.”
यह साझेदारी पांच वर्षों के लिए मान्य रहेगी और इसकी सफलता के आधार पर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है. इंडिया-ताइवान इंडस्ट्रियल कोलैबोरेशन समिट में इस साझेदारी की घोषणा ने भारत के ड्रोन उद्योग को नई दिशा देने और ग्लोबल मार्केट के लिए एक कुशल वर्कफोर्स तैयार करने के प्रति देश की प्रतिबद्धता को मजबूत किया है.
AVPL और Ahamani की यह साझेदारी केवल तकनीकी क्षमता को बढ़ावा नहीं देगी, बल्कि भारतीय और ताइवानी युवाओं के लिए ग्लोबल करियर के नए अवसर पैदा करेगी, जिससे दोनों देशों के आर्थिक और तकनीकी सहयोग और अधिक मजबूत होंगे.
Edited by रविकांत पारीक