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भारत में 930 करोड़ रु का निवेश करेगा Decathlon; लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा

भारत में बिकने वाले 68 प्रतिशत प्रोडक्ट्स मेड इन इंडिया हैं. ब्रांड का लक्ष्य 2026 तक इस आंकड़े को बढ़ाकर 85 प्रतिशत तक पहुंचाना है. इससे भारत की स्थिति डिकैथलॉन के प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में मजबूत होगी.

वैश्विक स्तर पर अग्रणी मल्टी-स्पेशलिस्ट स्पोर्ट्स ब्रांड डिकैथलॉन (Decathlon) ने हाल ही में अगले पांच साल में भारत में 100 मिलियन यूरो (करीब 930 करोड़ रुपये) के निवेश की घोषणा की है. इस निवेश का प्रयोग भारत में नेटवर्क को बढ़ाकर 190 स्टोर तक पहुंचाने, डिजिटल एंगेजमेंट को बेहतर करने और स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को मजबूती देने में किया जाएगा.

डिकैथलॉन के लिए भारत एक महत्वपूर्ण बाजार के रूप में उभरकर सामने आया है, जहां बड़ा विकास देखने को मिला है. यह बड़ा निवेश भारत को लेकर ब्रांड की लॉन्ग टर्म विजन में रुचि दिखाता है. यह विज़न केवल व्यावसायिक विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि खेलों में सहभागिता बढ़ाने और सतत विकास को बढ़ावा देने तक विस्तारित है.

डिकैथलॉन के ग्लोबल चीफ रिटेल एवं कंट्रीज ऑफिसर स्टीव डाइक्स ने कहा, "डिकैथलॉन की वैश्विक महत्वाकांक्षा में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है. यहां के जीवंत बाजार और प्रतिभाशाली कार्यबल में अप्रत्याशित संभावनाएं हैं. हम यहां अपने विकास को गति देने, अपनी पहुंच बढ़ाने और खेलों के माध्यम से लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्ध हैं. भारत में डिकैथलॉन का वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन हब बनने की जबर्दस्त क्षमता है और हम स्थानीय प्रतिभाओं को पोषित करने और स्पोर्टिंग पावरहाउस बनने के भारत के सफर में योगदान देने के लिए उत्साहित हैं."

डिकैथलॉन इंडिया के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर शंकर चटर्जी ने कहा, "बढ़ती खेल संस्कृति के साथ भारत एक गतिशील और तेजी से बढ़ता हुआ बाजार है. यह निवेश भारत की क्षमता में अटूट विश्वास और यहां के आर्थिक विकास में योगदान देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है. हमारा लक्ष्य हर किसी को खेलों का लाभ उठाने में सक्षम बनाना है. साथ ही इस निवेश से हम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने और खेलों का ज्यादा व्यापक अनुभव देने में सक्षम होंगे. हमारा उद्देश्य खेलों में सहभागिता को बढ़ावा देते हुए, भारत में रोजगार सृजित करते हुए और सतत प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करते हुए स्थायी प्रभाव डालना है."

अपने वैश्विक उद्देश्य ‘मूव पीपुल थ्रू द वंडर्स ऑफ स्पोर्ट’ के अनुरूप डिकैथलॉन की रणनीति बहुपक्षीय है. रिटेल और मैन्युफैक्चरिंग से आगे बढ़ते हुए ब्रांड प्ले फॉर प्रैक्टिस जैसी पहल के माध्यम से खेलों में भागीदारी बढ़ाने के अवसर सृजित करने के लिए समर्पित है. इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न आयोजनों, खेल के मैदानों और खेलों को सभी तक पहुंचाने के लिए कोचिंग क्लासेज पर ध्यान केंद्रित किया जाता है.

डिकैथलॉन भारतीय मैन्युफैक्चरिंग को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को उल्लेखनीय रूप से मजबूत कर रहा है. वर्तमान समय में सभी क्रिकेट बैट, एक्सेसरीज एवं ज्यादातर हॉकी उपकरण समेत इसकी ग्लोबल प्रोडक्ट रेंज का करीब 8 प्रतिशत भारत में तैयार होता है. भारत में बिकने वाले 68 प्रतिशत प्रोडक्ट्स मेड इन इंडिया हैं. ब्रांड का लक्ष्य 2026 तक इस आंकड़े को बढ़ाकर 85 प्रतिशत तक पहुंचाना है. इससे भारत की स्थिति डिकैथलॉन के प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में मजबूत होगी.

इसके अलावा, ब्रांड अपने भारतीय मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में ग्रीन एनर्जी (स्वच्छ ऊर्जा) के प्रयोग की दिशा में भी बढ़ रहा है. ब्रांड ने कार्बन फुटप्रिंट 50 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा है. साथ ही, डिकैथलॉन सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए सर्कुलर इकोनॉमी मॉडल को भी सक्रियता से लागू कर रहा है.

डिकैथलॉन भारतीय समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्ध है. कर्मचारियों से गठजोड़ करते हुए, डिकैथलॉन फाउंडेशन और स्थानीय साझेदारों के साथ मिलकर यह ब्रांड खेल, शिक्षा एवं देशभर में रोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा में काम करता रहेगा, जिससे भारत की आर्थिक एवं सामाजिक प्रगति में उल्लेखनीय योगदान दिया जा सके.

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