इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के लिए PLI योजना के तहत 32 कंपनियों ने किया 8,282 करोड़ रु का निवेश: सरकार
27 कंपनियों ने आईटी हार्डवेयर के लिए PLI योजना और आईटी हार्डवेयर के लिए PLI योजना 2.0 के तहत कुल मिलाकर 464.66 करोड़ रुपये का निवेश किया है. यह जानकारी इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बुधवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी.
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने इलेक्ट्रॉनिक्स पर राष्ट्रीय नीति (NPE), 2019 के तहत उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाओं को शुरु किया है.
बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLI) 01.04.2020 को शुरु की गई थी.
आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLI) 03.03.2021 को शुरु की गई. इसके अलावा, आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना 2.0 29.05.2023 को अधिसूचित की गई थी.
बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए पीएलआई योजना के अंतर्गत , कुल 32 कंपनियों को 11,324 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश और 10,70,000 करोड़ रुपये के अनुमानित उत्पादन लक्ष्य के साथ मंजूरी दी गई थी.
आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना के अंतर्गत कुल 14 कंपनियों को 2,517 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश और 1,60,751 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध उत्पादन लक्ष्य के साथ मंजूरी दी गई थी.
आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना 2.0 के अंतर्गत कुल 27 कंपनियों को 2,955 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश और 3,51,647 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध उत्पादन लक्ष्य के साथ मंजूरी दी गई थी. आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना के 14 में से 13 आवेदकों को आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना 2.0 में स्थानांतरित कर दिया गया है.
सरकार ने योजना के अंतर्गत कंपनियों के चयन के बाद बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए पीएलआई योजना, आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना और आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 के तहत उत्पादन या निवेश मानदंड में कोई बदलाव नहीं किया है.
हालाँकि, केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री द्वारा 28.06.2021 को कोविड-19 महामारी से प्रभावित पीएलआई योजना के अंतर्गत अनुमोदित कंपनियों को राहत प्रदान करने के लिए की गई घोषणा के अनुसार, बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए योजना का कार्यकाल मैन्युफैक्चरिंग को एक वर्ष यानी 2024-25 से 2025-26 तक बढ़ा दिया गया है. इस संबंध में अधिसूचना 23.09.2021 को जारी की गई थी. भाग लेने वाली कंपनियां योजना के अंतर्गत अपने उत्पादन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए 2025-26 तक किसी भी पांच वर्ष की अवधि चुनने का विकल्प चुन सकती हैं.
31.03.2024 तक, बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत कंपनियों द्वारा किया गया संचयी निवेश मार्च-2024 तक 9,653 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश की तुलना में 8,069 करोड़ रुपये है. जबकि आईटी हार्डवेयर 2.0 के लिए पीएलआई योजना के तहत कंपनियों द्वारा किया गया संचयी निवेश मार्च-2024 तक 56 करोड़ रुपये के प्रतिबद्ध निवेश के मुकाबले 249.46 करोड़ रुपये है.
बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए पीएलआई योजना के अंतर्गत स्वीकृत 32 कंपनियों में से 7 ग्रीनफील्ड कंपनियां और 25 ब्राउनफील्ड कंपनियां हैं. 30.06.2024 तक योजना के अंतर्गत किए गए 8,282 करोड़ रुपये के संचयी निवेश में से, ग्रीनफील्ड कंपनियों द्वारा किया गया संचयी निवेश 3,136 करोड़ रुपये है और ब्राउनफील्ड कंपनियों द्वारा किया गया संचयी निवेश 5,146 करोड़ रुपये है.
आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना 2.0 के तहत स्वीकृत 27 कंपनियों में से 6 ग्रीनफील्ड कंपनियां और 21 ब्राउनफील्ड कंपनियां हैं. 30.06.2024 तक आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना और आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना 2.0 में किए गए 464.66 करोड़ के संचयी निवेश में से, ब्राउनफील्ड कंपनियों द्वारा किया गया निवेश 386.09 करोड़ और ग्रीनफील्ड कंपनियों द्वारा 78.57 करोड़ है.
यह जानकारी इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बुधवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी है.