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लगातार बैठकर काम करने से नहीं बढ़ता है मोटापा

हाल ही में हुई एक रिसर्च से ये बात सामने आई है कि लगातार बैठकर काम करने से मोटापा नहीं बढ़ता है या फिर बढ़ता है तो वो नगण्य होता है। आईये थोड़ा और जानें इसके बारे में...

सांकेतिक तस्वीर

सांकेतिक तस्वीर


लंबे समय तक बैठे रहने से उच्च रक्तचाप, टाइप2 मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर जैसे भयंकर रोग हो सकते हैं। जर्नल स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित एक अनुसंधान में ये बात सामने आई है। यह एक व्यवस्थित समीक्षा और तेईस अध्ययनों का एक मेटा-विश्लेषण है, जो वयस्कों के बीच शरीर के मोटापे के जोखिम पर गतिहीन व्यवहार के प्रभाव की जांच करता है।

अभी जब मैं ये आर्टिकल बैठकर लिख रही हूं तो दिमाग में यही ख्याल आ रहा है कि ये कंप्यूटर पर लगातार काम करने की आदत हमारे स्वास्थ्य को कहां लेकर जाएगी। घंटों-घंटो बस बैठे रहने से हमारे मेरुदंड, तंत्रिका तंत्र, आसन पर कितना बुरा असर पड़ता होगा। लोगों की जिंदगियों में काम की अधिकता ऐसी हो गई है कि उन्हें होश ही नहीं रहता, सेहत किधर जा रही और फिटनेस किधर। लंबे समय तक बैठे रहने से उच्च रक्तचाप, टाइप2 मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर जैसे भयंकर रोग हो सकते हैं। कुछ अध्ययनों में समयपूर्व मृत्यु के बढ़ते जोखिम के साथ लंबे समय तक बैठने का संबंध है।

लेकिन हाल ही में हुए रिसर्च से इन सब तमाम खराब बातों के बीच एक अच्छी बात ये आई है कि लगातार बैठकर काम करने से मोटापा नहीं बढ़ता है या फिर बढ़ता है तो वो नगण्य होता है। जर्नल स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित एक अनुसंधान में ये बात सामने आई है। यह एक व्यवस्थित समीक्षा और तेईस अध्ययनों का एक मेटा-विश्लेषण है जो वयस्कों के बीच शरीर के मोटापे के जोखिम पर गतिहीन व्यवहार के प्रभाव की जांच करता है। मोटापा इन दिनों सबसे बड़ी समस्या बन गया है। खासकर जो लोग दिनभर बैठे रहकर काम करते हैं। उनका वजन काफी तेजी से बढ़ता है। कई लोग वजन बढऩे का जिम्मेदार अपनी सिटिंग जॉब को मानते हैं।

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महत्वपूर्ण रूप से, विश्लेषण में शामिल सभी अध्ययनों ने शारीरिक परिणाम के लिए अपने परिणामों को समायोजित कर लिया है, क्योंकि यह वजन को प्रभावित कर सकता है। कुल मिलाकर, टीम ने केवल लंबे समय तक बैठने से शरीर के व्यवहारों, जैसे काम पर बैठे या टीवी देखना और बढ़ते मोटापे के बीच छोटे, असंगत, और गैर-महत्वपूर्ण सबसेट्स पर फोकस किया। वैज्ञानिकों ने गतिहीन व्यवहार के साथ मोटापे में मामूली वृद्धि की पहचान की। पांच साल में प्रति दिन बैठने के समय में प्रत्येक 1 घंटे की वृद्धि के लिए मोटापे में 0.02 मिलीमीटर की वृद्धि दर्ज की। हालांकि शोधकर्ताओं का कहना है कि यह वृद्धि मूल रूप से नगण्य है।

ओटागो विश्वविद्यालय में मानव पोषण विभाग के प्रमुख अध्ययन लेखक डॉ. मेरेडिथ पेडी के मुताबिक, परिणाम बताते हैं कि बहुत ज्यादा देर बैठे रहने के हानिकारक प्रभावों में वजन बढ़ने के कारण नहीं मिलता है। हालांकि, निष्कर्ष यह नहीं बताते हैं कि लंबे समय तक बैठना हानिरहित है। लंबे समय तक बैठने से रक्त शर्करा और ट्राइग्लिसराइड का स्तर बढ़ जाता है। इन दिक्कतों से बचने के लिए ऑफिस में अपने साथ कुछ हेल्थी स्नैक्स रखें, थोड़ी थोड़ी देर में वो सब खाते पीते रहें। सुबह नाश्ता जरूर करें।लंच के बाद तुरंत न बैठ जाएंर। थोड़ी देर टहलें। ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पिएं। हो सके तो गर्म पानी पिएं। चाय कॉफी का सेवन कम से कम करें। लिफ्ट का प्रयोग न करें बल्कि सीढ़ियों का प्रयोग करें। 

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