कृषि-स्टार्ट-अप्स को 20 करोड़ रुपये के पूल से तकनीकी और वित्तीय सहायता की सिफारिश
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ATMAN कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए अनुसंधान, शिक्षा, स्टार्टअप और उद्योग के बीच व्यापक तालमेल का आह्वान किया, ताकि यह न केवल नवीन उत्पाद विकास के लिए अच्छा हो बल्कि प्रभावी राष्ट्रीय और वैश्विक ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए भी मददगार साबित हो.
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा आयोजित ATMAN 2023 के कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने नए विचारों, इनोवेशन्स और टेक्नॉलजी में तेजी लाने के लिए आवंटित 20 करोड़ रुपये के कुल फंड से तकनीकी और वित्तीय सहायता के लिए 24 स्टार्ट-अप की सिफारिश की है. साथ ही चार आईआईटी - रोपड़, बॉम्बे, इंदौर और खड़गपुर में इंटर-डिसिप्लिनरी साइबर फिजिकल सिस्टम (NM-ICPS) पर राष्ट्रीय मिशन के तहत टेक्नॉलजी इनोवेशन हब्स स्थापित करने की भी सिफारिश की गई है.
उन्हें जूरी द्वारा 55 स्टार्टअप्स में से अनुशंसित किया गया था जिन्होंने सटीक खेती, कृषि आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) और कृषि 4.0 पर पांच पैनलों में अपने अभिनव समाधान प्रस्तुत किए थे. ATMAN 2023 कार्यक्रम के हिस्से के रूप में मशीनीकरण और स्वचालन; मार्केट इंटेलिजेंस और उपज भविष्यवाणी और कृषि सलाह और संचार आदि समाधान खास थे. सत्रों की टॉप पिच का चयन किया गया और उन्हें सर्वश्रेष्ठ पिच पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जबकि कार्यक्रम के दौरान आयोजित प्रदर्शनी में चार टीआईएच द्वारा विकसित 20 प्रमुख एग्री-टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन किया गया.
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ATMAN कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए अनुसंधान, शिक्षा, स्टार्टअप और उद्योग के बीच व्यापक तालमेल का आह्वान किया, ताकि यह न केवल नवीन उत्पाद विकास के लिए अच्छा हो बल्कि प्रभावी राष्ट्रीय और वैश्विक ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए भी मददगार साबित हो.
सचिव डीएसटी, डॉ. राजेश गोखले ने बताया कि परेशानी मुक्त तरीके से नई टेक्नोलॉजी/प्रोडक्ट्स/सेवाओं के विकास और व्यावसायीकरण का समर्थन करके ATMAN कार्यक्रम एग्रीटेक बाजार में टेक स्टार्ट-अप की सफलता की सुविधा प्रदान कर सकता है. उन्होंने कहा, “यह स्टार्ट-अप को सरकार और उद्योग के संभावित हितधारकों के सामने अपनी टेक्नोलॉजी को प्रदर्शित करने का अवसर भी दे सकता है.”
डॉ. अखिलेश गुप्ता, वरिष्ठ सलाहकार डीएसटी और सचिव एसईआरबी ने कहा, “कृषि में डीप टेक स्टार्टअप और इनोवेशन बहुत आम नहीं है. भारत में लगभग 100000 स्टार्टअप हैं जिनमें से 15000 तकनीक पर काम कर रहे हैं, इनमें से 3000 डीप तकनीक में हैं, 142 कृषि क्षेत्र में काम करते हैं. अब इस ATMAN प्रोग्राम से 60 और जोड़े जाएंगे. ये 4 टीआईएच देश भर में हस्तक्षेप बनाने की कोशिश कर रहे हैं और भविष्य में कुछ कृषि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को जोड़ने की भी योजना बना रहे हैं."
कार्यक्रम के दौरान आईआईटी बॉम्बे में इंटरनेट ऑफ थिंग्स के लिए टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन हब द्वारा एक ग्रैंड चैलेंज एंड कॉम्पिटिशन (GCC) लॉन्च किया गया, ताकि एक ऐसा मंच प्रदान किया जा सके जहां दूरदर्शी विचारक जल, भूमि और वायु को आईओटी टेक्नॉलजी विकसित कर आपस में जोड़ने के लिए नवीन, मॉड्यूलर और लागत प्रभावी समाधान तैयार कर सकें; समृद्धि 2.0 या बाजार, अनुसंधान, नवाचार और विकास के लिए रणनीतिक तेजी लाई जा सके: यह NM-ICPS के तहत ICPS स्टार्टअप के लिए एक समग्र पहल है जिसे आईआईटी रोपड़ टेक्नोलॉजी और इनोवेशन हब: कृषि और जल प्रौद्योगिकी विकास हब (AWaDH) द्वारा लॉन्च किया गया था.
Edited by रविकांत पारीक