7 Habits of Highly Effective People: कुछ जरूरी आदतें और उन्हें अपनाने के तरीके बताती ये किताब
जिंदगी जीने के लिए कई सिद्धांतों, कई अच्छी आदतों की जरूरत होती है. हममें कुछ आदतें और सिद्धांत तो बचपन से होते हैं लेकिन कई हमें बाद में अपनाने पड़ते हैं. डॉ. स्टीफन कॉवे की ये किताब हमें जिंदगी जीने के लिए प्रभावी लोगों की उन 7 आदतों के बारे में बताती है, जिसे सीखकर हम एक सफल जिंदगी जी सकते हैं.
दी 7 हैबिट्स ऑफ हाईली इफेक्टिव पीपल एक ऐसी किताब है जो हमें सिद्धातों और वैल्यू के साथ जिंदगी जीना सिखा सकती है. इस किताब को लिखा है बेहद प्रभावी मैनेजमेंट गुरू डॉ. स्टेफन कॉवे ने. 1990 में प्रकाशित कॉवे की सबसे प्रसिद्ध किताब, अति प्रभावशालीं लोगों की सात आदतें – 7 Habits of Highly Effective People पर्सनल डिवेलपमेंट का जरिया बन चुकी है. यह उनकी पहली सबसे प्रसिद्ध और बेस्ट सेलिंग किताब बनी. कॉवे के मुताबिक प्रोडक्शन, प्रोडक्शन कैपेबिलिटी के बीच बैलेंस बनाने को ही लोगों की इफेक्टिवनेस बताते हैं.
किताब में जिन सात आदतों का जिक्र हुआ है वो आपको इस बैलेंस को हासिल करने में मदद कर सकती हैं. ये सातों आदतें न सिर्फ आपको अपने गोल को पाने में मदद करेंगी. बल्कि कैसे उसे लंबे समय तक अपने अंदर बनाए रखा जा सकता है इसका भी हल देंगी.
कॉवे सात आदतों को तीन हिस्से में बांटते हैंः तीन आदतें ऐसी होती हैं जो आपकी खुद आपसे जीत के लिए होती हैं. जिनसे ये तय होगा आप कैसे शख्स बनना चाहते हैं; इसके बाद तीन आदतें आपको बाहरी रिश्तों को मैनेज करने में मदद करेंगी यानी की आप अपने सामाजिक और व्यक्तिगत रिश्तों को कैसे मैनेज करते हैं, और एक आदत जो आपको इन छह आदतों को लगातार अपनाए रखने में मदद करेगी.
1.सक्रिय बनिए (प्रोएक्टिव बनें)
किसी भी परिस्थिति के नियंत्रण में रहने की बजाए हमें परिस्थिति को नियंत्रित करना चाहिए. स्व-निर्धारण, चुनाव और निर्णय लेने की क्षमता ही आपकी परिस्थिति और हालत को सकारात्मक रूप में परिवर्तित कर सकती है.
2.अंत को ध्यान में रखकर शुरुवात करें
कॉवे इस आदत को पर्सनलल लीडरशिप की आदत कहते हैं, जिनमें हमारा खुद का स्वयं पर नियंत्रण होना चाहिए. हमें हमेशा अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिए. फोकस करना सीख जाने पर हम ध्यान भटकने से रोक सकते हैं और ज्यादा सक्रीय बन सफलता हासिल कर सकते है।
3. प्राथमिक चीजों को महत्त्व दें
हमें लीडरशिप और मैनेजमेंट के बीच के अंतर को समझना चाहिए. बाहरी दुनिया में लीडरशिप व्यक्तिगत दृष्टिकोण और व्यक्तिगत लीडरशिप के साथ ही शुरू होती है. हमें क्या महत्वपूर्ण है और क्या अति-आवश्यक है इस बारे में भी बात करनी चाहिए.
4. हमेशा जीत के बारे में ही सोचें
जो बहुत जरूरी है क्योंकि आपकी उपलब्धि दूसरों के साथ मिलकर किए गए संघर्षों पर निर्भर करती है. लेखक के अनुसार हमें हमेशा जीत के बारे में ही सोचना चाहिए. कभी भी हार-जीत के बारे में सोचकर लडखड़ाना नही चाहिए.
5. दूसरों को समझने की कोशिश करें
यही आधुनिक दुनिया की सबसे बड़ी कहावत है. कॉवे की यह आदत संचार से जुड़ी हुई है और यह अति प्रभावशाली और शक्तिशाली है. इस आदत को कॉवे ने यह कहते हुए वर्णित किया है की, “लिखने से पहले निदान करें.” यह आदत बहुत आसान और सबसे प्रभावशाली है और साथ ही यह सकारात्मक रिश्तों को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. हमेशा खुले दिमाग से लोगों की बातों को सुनना चाहिए और फिर अपने प्रभावशाली तरीकों से अपने विचार को लोगों तक पहुचाने की कोशिश करें.
6. ताल-मेल बैठाना
एक ऐसा एलीमेंट जो हमें बताता है की हमें छोटे छोटे सीन को देखने की बजाय बड़े लक्ष्य पर फोकस करना चाहिए. इसीलिए हमें हमेशा सम्पूर्ण लक्ष्य को पूरा करने की तरफ ध्यान देना चाहिए. साथ ही प्रदर्शन करते समय हमारे विचार और हमारी क्रिया के बीच ताल-मेल बैठना भी बहुत जरूरी है.
7. सेल्फ केयर को प्राथमिकता
यह सेल्फ रेन्यूअल की आदत है और इसके अंदर ही सभी दूसरी आदतें समावेशित हैं. इन आदतों का उपयोग कर आप मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से विकसित हो सकते हो. कॉवे ने खुद को भी चार भागों में विभाजित किया है: आध्यात्म, मानसिकता, शारीरिक और सामाजिक/भावुकता, और इन सभी का समान रूप से विकास होना बहुत जरूरी है.
यह सारी आदतें समान रूप से शक्तिशाली और प्रभावशाली हैं, जिनका उपयोग कर हम सही रास्तों पर चल सकते है. बहुत से लोग कोवे के भाषणों और लेखों से भी प्रेरित होकर इन आदतों को अपनाने लगे हैं. कॉवे के अनुसार अगर आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव चाहते हो तो आपको अवश्य इन आदतों को अपनाना चाहिए.