Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
ADVERTISEMENT
Advertise with us

कुछ भी दें किराये में या कुछ भी लें किराये में "रेंट2कैश" से

कुछ भी दें किराये में या कुछ भी लें किराये में "रेंट2कैश" से

Monday October 26, 2015 , 4 min Read

साल 2015 में शुरू हुई ‘रेंट2कैश’ वेबसाइट

‘रेंट2कैश’ टीम में 24 सदस्य

किराये पर मिलती है 80 प्रकार के उत्पाद और सेवाएं


एक ऐसी वेबसाइट जहां पर आप हुनर से लेकर मकान तक सब कुछ किराये पर ले सकते हैं या फिर दे सकते हैं और इस वेबसाइट का नाम है रेंट2कैश। साल 2015 में शुरू हुई इस वेबसाइट के सह-संस्थापक हैं बांके बिहारी और अनुज झा। जिन्होने इसे शुरू तो किया था छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से। लेकिन आज इस वेबसाइट के जरिये कोई भी, कहीं से भी, कुछ भी किराये पर ले सकता है।

image


रेंट2कैश के सह-संस्थापक बांके बिहारी बताते हैं- 

"मैं उड़ीसा का रहने वाला हूं लेकिन कुछ साल पहले कारोबार के सिलसिले में परिवार के साथ रायपुर आना पड़ा। इस दौरान मैंने जब रहने के लिए घर की तलाश की तो काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तब मैंने देखा कि मकान दिलाने वाले बिचौलिये मुझसे एक महीने के किराये के बराबर कमीशन मांग रहे थे। इतना ही नहीं दूसरी ओर मकान देने वाले से भी 15 दिन का कमीशन ले रहे थे।" 

बांके बिहारी का कहना है कि “कई बार जो लोग अपना घर किराये पर देना चाहते थे वो काफी वक्त तक खाली रहता था क्योंकि ब्रोकर के साथ अनबन होने के कारण वो किसी को भी घर नहीं दिखाता।” इस दौरान उन्होंने महसूस किया कि पूरा बाजार ब्रोकर के हाथ में है। इसके अलावा उन्होंने देखा कि किराये पर मकान का मिलना एक बड़ी समस्या तो है ही साथ ही जरूरत पड़ने पर कभी इलेक्ट्रिशियन, तो कभी प्लंबर को ढूंढने में दिक्कत होती थी। तब उन्होंने सोचा कि उनके जैसे और लोग भी होंगे जिनको इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता होगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होने रेंटल वेबसाइट शुरू करने का मन बनाया।

image


बांके बिहारी रेंटल वेबसाइट शुरू तो करना चाहते थे लेकिन वो ये नहीं जानते थे कि इसे कैसे शुरू किया जाये। तब उनकी मुलाकात हुई अनुज झा से। जो रेंट2कैश के दूसरे सह-संस्थापक और सोशल मार्केटिंग के जानकार भी हैं। इस काम को शुरू करने से पहले उनको भी काम के सिलसिले में दिल्ली, गाजियाबाद, पुणे और दूसरे शहरों में रहना पड़ा था और वो भी इस तरह कि दिक्कतों से अच्छी तरह वाकिफ थे। तब दोनों ने फैसला लिया कि इस मामले में कुछ नया किया जाए। जिसके बाद दोनों ने मिलकर रेंट2कैश की स्थापना की। आज इस वेबसाइट में मकान से लेकर मोटरसाइकल, साइकिल, टीवी, फ्रीज, एसी, फर्नीचर, वॉशिंग मशीन के अलावा ड्राइवर आदि भी किराये पर मिल जाएंगे। इतना ही नहीं मेहंदी आर्टिस्ट, कुक, सिंगर, डांसर सब कुछ रेंट2कैश वेबसाइट में पलक झपकते ही किराये पर मिलता है। रेंट2कैश के सह-संस्थापक अनुज झा के मुताबिक इस वेबसाइट में 80 तरह की चीजें कोई भी व्यक्ति किराये पर दे सकता है या ले सकता है। खास बात ये है कि ये वेबसाइट मुफ्त में क्लासीफाइड विज्ञापन लेती है। इस प्रक्रिया में किसी एजेंट की कोई भूमिका नहीं होती।

image


रेंट2कैश वेबसाइट की शुरूआत साल 2015 में 6 लोगों की एक टीम के साथ हुई थी लेकिन आज ये संख्या 24 तक पहुंच गई है। रेंट2कैश के संस्थापक अनुज झा का कहना है कि “हर रोज इस बेवसाइट पर पांच सौ लोग आ रहे हैं और हमारी कोशिश की इस संख्या को और बढ़ाने की है इसके लिए हम लोग सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक और ट्विटर की मदद ले रहे हैं।” इनका कहना है कि निवेश फिलहाल इनकी प्राथमिका में नहीं है लेकिन उनकी ज्यादा कोशिश अपनी आय बढ़ाने पर है। इसके अलावा ये लोग अपना ज्यादा फोकस टीयर 1 और टीयर 2 शहरों जैसे दिल्ली एनसीआर, लखनऊ, पटना, भोपाल, बेंगलुरू जैसे शहरों में करना चाहते हैं। इन लोगों का कहना है कि फिलहाल इनकी आय में हर महीने 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और ये सब विज्ञापनों की वजह से हो रहा है। रेंट2कैश के सह-संस्थापक अनुज के मुताबिक “ये देश की पहली रेंटल वेबसाइट है जहां पर सेवाएं देने वाले से और लेने वाले से कोई पैसा नहीं लिया जाता है।” फिलहाल कंपनी अपने एनरोइड वर्जन वाले ऐप पर काम कर रही है जबकि आईओएस वर्जन के अगले छह महीने के अंदर बाजार में आने की उम्मीद है।

वेबसाइट : www. rent2cash.com